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Monday, 24 November, 2025
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भारत और इटली ने आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ संयुक्त पहल की घोषणा की

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(तस्वीरों के साथ)

जोहानिसबर्ग, 23 नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी इतालवी समकक्ष जॉर्जिया मेलोनी के बीच रविवार को हुई बातचीत के बाद दोनों देशों ने आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ सहयोग के लिए संयुक्त पहल करने की घोषणा की।

दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने बातचीत के दौरान व्यापार, रक्षा एवं सुरक्षा सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।

जोहानिसबर्ग में जी20 शिखर सम्मेलन से इतर हुई बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ सहयोग के लिए भारत-इटली संयुक्त पहल को अंगीकार किया, जो आतंकवाद से लड़ने के उनके साझा संकल्प की पुष्टि करता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने मेलोनी के साथ बैठक के बाद सोशल मीडिया मंच पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई। भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है, जिससे हमारे देशों के लोगों को बहुत लाभ हो रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारत और इटली आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने में सहयोग के लिए एक संयुक्त पहल की घोषणा कर रहे हैं। यह एक आवश्यक और समयोचित प्रयास है, जो आतंकवाद और उसके समर्थन नेटवर्क के खिलाफ मानवता की लड़ाई को मजबूत करेगा।’’

प्रधानमंत्री मेलोनी ने दिल्ली में हुई आतंकवादी घटना पर भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की तथा आतंकवाद से निपटने के लिए मिलकर काम करने की इटली की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई।

मोदी ने कहा कि उन्होंने व्यापार, निवेश, रक्षा, नवाचार, एआई, अंतरिक्ष और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और प्रगाढ़ करने के तरीकों पर भी चर्चा की।

दोनों नेताओं ने इस वर्ष जून माह में कनाडा के कनानसकीस में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान संक्षिप्त बातचीत की थी।

बाद में विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘दोनों नेताओं ने ‘आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने के लिए भारत-इटली संयुक्त पहल’ को अंगीकार किया। इस पहल का उद्देश्य आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए द्विपक्षीय सहयोग को प्रगाढ़ करना और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) और वैश्विक आतंकवाद निरोधक मंच (जीसीटीएफ) सहित वैश्विक और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग करना है।’’

इसमें कहा गया कि दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, रक्षा, सुरक्षा, अंतरिक्ष, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा और लोगों के बीच संबंधों सहित द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी में हुई प्रगति की समीक्षा की और उसका सकारात्मक मूल्यांकन किया।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना 2025-29 पर हो रही प्रगति पर संतोष व्यक्त किया, जिससे दोनों अर्थव्यवस्थाओं और लोगों को लाभ होगा।

दोनों नेताओं ने इस वर्ष नई दिल्ली और ब्रेशिया में आयोजित दो व्यापार मंचों का स्वागत किया, जिनमें संबंधित उद्योगों की मजबूत भागीदारी रही।

बयान के मुताबिक मोदी और मेलोनी ने व्यापार, प्रौद्योगिकी, नवाचार और निवेश साझेदारी बढ़ाने के लिए चल रहे प्रयासों पर संज्ञान लिया, जिसका उद्देश्य दोनों अर्थव्यवस्थाओं की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना और लचीली आपूर्ति शृंखलाओं का निर्माण करना है।

विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों शासनाध्यक्षों ने हाल ही में इतालवी अंतरिक्ष प्रतिनिधिमंडल की भारत यात्रा की सराहना की, जिससे सरकारी और निजी क्षेत्र, दोनों स्तरों पर इस क्षेत्र में सहयोग बढ़ेगा।

बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री मेलोनी ने पारस्परिक रूप से लाभकारी भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते के मुकाम पर पहुंचने और 2026 में भारत द्वारा आयोजित किए जाने वाले एआई इम्पैक्ट शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए इटली के मजबूत समर्थन को दोहराया।

दोनों नेताओं ने लोकतंत्र, कानून के शासन और सतत विकास के अपने साझा मूल्यों को कायम रखने के लिए बहुपक्षीय और वैश्विक मंचों पर बातचीत जारी रखने और साथ मिलकर काम करने की इच्छा व्यक्त की।

भारत-इटली व्यापार 2023-24 में अनुमानत: लगभग 15 अरब अमेरिकी डॉलर का है, जबकि वर्ष 2000 से अबतक इटली से भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लगभग चार अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है।

भाषा धीरज सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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