नई दिल्ली: रॉयल स्वीडिश एकेडमी ने गुरुवार को फ्रांस की लेखिका एनी एनॉक्स को साहित्य के क्षेत्र में 2022 का नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की. नोबेल कमेटी के मुताबिक, ‘एनी को साहस और नैतिक सटीकता के साथ व्यक्तिगत स्मृति की जड़ों, व्यवस्थाओं और सामूहिक प्रतिबंधों को उजागर करने के लिए चुना गया है.’
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The 2022 #NobelPrize in Literature is awarded to the French author Annie Ernaux “for the courage and clinical acuity with which she uncovers the roots, estrangements and collective restraints of personal memory.” pic.twitter.com/D9yAvki1LL— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 6, 2022
एनी ने साहसिक क्लिनिकल एक्यूटी पर कई लेख लिखे हैं. उनका जन्म साल 1940 में हुआ था. नॉरमैंडी के छोटे से शहर यवेटोट में उनकी परवरिश हुई थी, जहां उनके माता-पिता की एक किराने की दुकान और कैफे था. बतौर लेखक का उनका संघर्ष काफी लंबा और कठिन था.
नोबेल पुरस्कार विजेता, अपने लेखनी में लगातार लिंग, भाषा और वर्ग से जुड़ी असमानताओं को उजागर करती हैं. उन्होंने 30 से अधिक साहित्यिक रचनाएं लिखी हैं.
वह अपने ज्यादातर आत्मकथात्मक कार्यों के लिए जानी जाती हैं. उनकी ए वूमन स्टोरी, ए मैन्स प्लेस और सिंपल पैशन स्टोरी काफी प्रख्यात है.
उन्होंने 1974 में अपने साहित्यिक जीवन की शुरुआत की थी. हालांकि, एनी खुद हमेशा इस बात को कहती रही हैं कि वह फिक्शन लिखती हैं. एनी ने अपनी शैली को ‘फ्लैट राइटिंग’ (ईक्रिचर प्लेट) बताती हैं. उनकी कई रचनाओं का अंग्रेजी में अनुवाद किया गया है. उन्हें 2019 में उनकी किताब द इयर्स के लिए इंटरनेशनल बुकर प्राइज के लिए भी नामांकित किया गया था.
उनकी 20 से अधिक किताबें, उनके जीवन और आसपास के लोगों के जीवन की घटनाओं पर आधारित हैं. वे यौन उत्पीड़न, गर्भपात, बीमारी और उनके माता-पिता की मृत्यु को दर्शाती हैं.
एनी का कहना है कि लेखन एक राजनीतिक कार्य है, जो सामाजिक असमानता की ओर हमारी आंखें खोलता है. इस उद्देश्य के लिए वह कल्पना के पर्दे को फाड़ने के लिए भाषा को ‘चाकू’ के रूप में उपयोग करती हैं.
नोबेल पुरस्कार विजेता एनी लिखने की आजादी में विश्वास रखती हैं. उनका काम समझौता नहीं करता है, जो सरल और साफ-सुथरी भाषा में होता है.
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