मेलबर्न: बाल यौन अपराध में आरोपी स्कूल की एक पूर्व प्रधानाध्यापिका सोमवार को ऑस्ट्रेलिया की एक अदालत में पेश हुई. आरोपी को छह साल तक चली कानूनी लड़ाई के बाद इजराइल से प्रत्यर्पित किया गया था. मालका लीफर (54) पर मुकदमा चलने लायक पर्याप्त साक्ष्य हैं या नहीं इस पर फैसला लेने के लिए ‘मेलबर्न मजिस्ट्रेट्स कोर्ट’ में सुनवाई शुरू हुई.
लीफर पर 2004 से 2008 के बीच मेलबर्न के एडस इजराइल स्कूल की प्रमुख के तौर पर काम करते हुए बच्चियों के बलात्कार समेत 74 आरोप हैं. सुनवाई अगले सोमवार तक चलने की उम्मीद है और सिस्टर दस्सी एर्लिच, निकोल मेयर और एली सैपर उन 10 चश्मदीदों में से हैं जिन्हें सुनवाई के दौरान गवाही देनी है.
लीफर को जनवरी में इजराइल से प्रत्यर्पित किया गया. उसके प्रत्यर्पण में हो रही देरी पर ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों और यहूदी नेताओं ने सरकार की आलोचना की थी. आरोपी का जन्म इजराइल में हुआ था और 2008 में उसके विरुद्ध आरोप लगने शुरू हुए थे.
बाद में उसने स्कूल छोड़ दिया और इजराइल वापस चली गई थी. दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि है लेकिन लीफर पर आरोप लगाने वालों समेत कई आलोचकों ने कहा था कि इजराइली अधिकारियों ने मामले को लंबा खींचा. वहीं, लीफर का दावा था कि वह मुकदमे का सामना करने के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं थी.
इजराइली मनोवैज्ञानिकों के एक दल ने पिछले साल यह पाया कि लीफर अपनी मानसिक स्थिति के बारे में झूठ बोल रही है. दिसंबर में इजराइल की सर्वोच्च अदालत ने उसके प्रत्यर्पण के विरोध में दायर याचिका खारिज कर दी और इजराइल ने न्याय मामलों के मंत्री ने आरोपी को ऑस्ट्रेलिया भेजने का आदेश पर हस्ताक्षर किये.
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