नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने शुक्रवार को कहा कि वह जानते थे कि उन पर हमला होगा. इमरान ने यह बातें अपनी हत्या के प्रयास के बाद पहले संबोधन में कही हैं.
पूर्व पीएम ने लाहौर के शौकत खानम अस्पताल से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘मुझे एक दिन पहले ही पता चल गया था कि मुझ पर हमला होगा. मैं आम लोगों के बीच से आया हूं, मेरी पार्टी सैन्य प्रतिष्ठान के तहत नहीं बनी है. मैंने 22 साल तक संघर्ष किया है.’
उन्होंने कहा कि वो तीन साल तक सरकार का हिस्सा रहा है और उनके सभी स्तरों पर संबंध हैं. इसके कारण उन्हें अंदर की खबरें मिलती रहती हैं.
गौरतलब है कि, गुरुवार शाम को इमरान की रैली में एक हमलावर द्वारा गोली मारने के बाद पूर्व पीएम के पैर में तीन गोलियां लगीं थीं. पीटीआई अध्यक्ष को लाहौर के शौकत खानम अस्पताल में भर्ती कराया गया था और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ फैसल सुल्तान की अध्यक्षता में एक मेडिकल टीम का गठन किया गया था.
वजीराबाद शहर में जफर अली खान चौक के पास इमरान के विरोध मार्च के दौरान उन्हें गोली मारी गई थी.
इमरान ने कहा कि वह कंटेनर पर थे जब उन पर ‘गोलियां चलाने’ का निर्देश दिया गया, उन्हें पैर में गोली लगी और वे नीचे गिर गए.
उन्होंने आगे बताया कि इसके बाद उन पर दूसरी गोली चलाई गई और वहां दो लोग मौजूद थे. उन्होंने कहा कि अगर दो बुलेट स्प्रे को सिंक्रोनाइज़ किया गया होता, तो वह नहीं बचते.
इमरान ने कहा, ‘क्योंकि मैं नीचे गिर गया, मुझे लगता है कि शूटर ने सोचा कि मैं मर गया हूं और वो वहां से भाग गया.’
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हत्या की योजना
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने आरोप लगाया है कि जिस तरह पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर की हत्या की गई थी, उसी तरह ‘सरकार और उसके संचालकों’ ने उनकी हत्या कराने की योजना बनाई थी.
इमरान ने कहा, ‘सबसे पहले, उन्होंने मुझ पर ईशनिंदा का आरोप लगाया. उन्होंने टेप बनाए और उन्हें जारी किया. पीएमएलएन ने इसे पेश किया, मुझे पता था कि यह कौन कर रहा है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘यह पता लगाना बहुत आसान है क्योंकि यह एक डिजिटल दुनिया है. इसलिए पहले यह अनुमान लगाया गया कि मैंने धर्म का अनादर किया. फिर उनकी योजना थी कि वजीराबाद में एक धार्मिक चरमपंथी ने इमरान खान की हत्या कर दी.’
इमरान ने दावा किया है कि चार लोगों ने उनकी हत्या की साजिश रची. उन्होंने अपने बयान में कहा, ‘चार लोगों ने मुझे मारने की साजिश रची. मैंने एक वीडियो बनाया और उन लोगों का नाम लिया और इसे विदेश में रख दिया.’
उन्होंने कहा कि अगर कुछ होता है तो इसे जारी किया जाएगा.
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि विदेश में रखे टेप में एक शख्स के नाम के अलावा तीन अन्य लोगों ने उन्हें मारने की साजिश रची थी.
इमरान ने कहा, ‘मुझे कैसे पता चला? अंदरूनी सूत्रों ने मुझे बताया. वजीराबाद से एक दिन पहले, उन्होंने मुझे मारने की योजना बनाई क्योंकि उन्होंने देखा कि धार्मिक अतिवाद की स्क्रिप्ट का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है.’
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और मेजर जनरल फैसल ने उन्हें मारने की साजिश रची.
इमरान खान ने कहा है कि पीटीआई ने उन पर हत्या की कोशिश पर प्राथमिकी दर्ज करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने तर्क दिया कि हर कोई ‘डरता है क्योंकि कई संस्थान कानून से ऊपर है.’
उन्होंन सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल कमर जावेद बाजवा से अपनी संस्था में ‘काली भेड़’ को जवाबदेह ठहराने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा कि अगर आप उनके खिलाफ कार्रवाई करते हैं तो सेना का कद नहीं गिरेगा. उन्होंने आगे कहा कि ये ‘काली भेड़ें’ संस्था की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रही हैं.
उन्होंने आगे कहा है कि देश आखिरकार खड़ा हो गया है और अब उसके सामने दो रास्ते हैं: शांतिपूर्ण या खूनी क्रांति.
इमरान ने कहा, ‘कोई तीसरा रास्ता नहीं है. मैंने इस देश को जागते देखा है और जागरूकता का यह जिन्न बोतल में वापस नहीं जाएगा.’
उन्होंने आगे पूछा, ‘अब तय करें कि क्या हम बैलेट बॉक्स, निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव या अराजकता के माध्यम से शांतिपूर्ण तरीके से बदलाव ला सकते हैं?’
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