न्यूयॉर्क : फेसबुक की मूल कंपनी मेटा ने कहा है कि वह 19 जनवरी से स्वास्थ्य, नस्ल या जातीयता, राजनीतिक संबद्धता, धर्म या यौन अभिविन्यास से संबंधित संवेदनशील विज्ञापन श्रेणियों को हटाना शुरू कर देगी. कंपनी ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी.
वर्तमान में, विज्ञापनदाता उन लोगों को लक्षित कर सकते हैं जिन्होंने इन विषयों से जुड़े मुद्दों, सार्वजनिक हस्तियों या संगठनों में रुचि व्यक्त की है. यह जानकारी फेसबुक, इंस्टाग्राम और कंपनी के स्वामित्व वाले अन्य प्लेटफॉर्म पर उपयोगकर्ता गतिविधि को ट्रैक करने से मिलती है.
उदाहरण के लिए, जिसने ‘समान-लिंग विवाह’ में रुचि दिखाई है, उसे समलैंगिक विवाह का समर्थन करने वाली गैर-लाभकारी संस्था का विज्ञापन दिखाया जा सकता है, लेकिन श्रेणियों का दुरुपयोग भी किया जा सकता है.’
कंपनी ने कहा कि ‘यह फैसला लेना आसान नहीं था और हम जानते हैं कि इससे कुछ कामकाज और संगठनों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.’