नई दिल्ली: भारत में थाईलैंड दूतावास ने भारतीयों को लंबी कतारों से बचने के लिए दूतावास या वाणिज्य दूतावास से वीजा लेने की सलाह दी है.
थाईलैंड ने अपनी सीमाओं को पर्यटन के लिए खोल दिया है और बैंकॉक हवाई अड्डे पर यात्रियों और पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है. इससे बैंकॉक हवाई अड्डे पर यात्रियों की लंबी कतारें लग गई हैं और घंटों लाइनें लगी रहती है.
लंबी कतारों के कारण इमिग्रेशन क्लीयरेंस हासिल करने और ऑन-अराइवल वीजा लेने वालों की संख्या अधिक है. कोविड महामारी के कारण लगभग दो साल के बंद होने के बाद थाईलैंड पर्यटकों को बड़े पैमाने पर आकर्षित कर रहा है.
भारत में थाईलैंड के राजदूत पट्टरात होंगटोंग ने रविवार को भारतीयों को सलाह दी कि वे बैंकॉक हवाई अड्डे पर लंबी कतारों से बचने के लिए दूतावास या महावाणिज्य दूतावास से थाईलैंड का वीजा लें.
भारत में थाई राजदूत ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह थाईलैंड में ही नहीं, किसी भी हवाई अड्डे के लिए काफी स्वाभाविक है. जब हम सीमाएं खोलते हैं, तो कोई भी आने वाले विजिटर या पर्यटकों की वास्तविक संख्या की उम्मीद नहीं कर सकता है. इसलिए हम भारतीयों के लिए उन्हें दूतावास से वीजा लेने की सलाह देते हैं या थाईलैंड की यात्रा से पहले महावाणिज्य दूतावास जो चीजों के लिए मददगार हो सकता है.’
उन्होंने हवाईअड्डे पर तैयारी और भीड़ को कम करने सहित कर्मचारियों को बढ़ाने पर भी जोर दिया, यह कहते हुए कि थाईलैंड में अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों को सर्वोत्तम सेवाएं देने के लिए काम चल रहा है.
पट्टारत ने कहा, ‘हमने पर्यटकों की सुविधा के लिए हवाईअड्डे पर काम करने वाले लोगों को बढ़ाकर सुधार करने की कोशिश की है.’
थाई सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘कोविड के बाद इस साल जनवरी से 17 अगस्त तक थाईलैंड में 37.8 लाख पर्यटक आए.’
पर्यटक मुख्य रूप से मलेशिया, भारत और सिंगापुर से थे. थाईलैंड की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर बहुत अधिक निर्भर है.
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