scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमविदेशटेस्ट मैच में भारत की जीत से गदगद कोच रवि शास्त्री, बोले- विश्व क्रिकेट की सबसे शानदार वापसी में से एक

टेस्ट मैच में भारत की जीत से गदगद कोच रवि शास्त्री, बोले- विश्व क्रिकेट की सबसे शानदार वापसी में से एक

रवि शास्त्री ने कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे को ‘चालाक कप्तान’ बताया, उनका शांत स्वभाव नियमित कप्तान विराट कोहली से बिल्कुल विपरीत है जो हमेशा जोश और जुनून से भरे रहते हैं .

Text Size:

मेलबर्न: भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में मंगलवार को अपनी टीम की आठ विकेट की जीत को खेल के इतिहास की ‘सबसे शानदार वापसी में से एक’ करार दिया. भारत को एडीलेड में पहले टेस्ट में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था.

एडीलेड में पहले टेस्ट की दूसरी पारी में टीम के 36 रन पर सिमटने के बाद शास्त्री ने दूसरे टेस्ट में शानदार प्रदर्शन के लिए पूरी टीम की सराहना की और इस दौरान पदार्पण कर रहे शुभमन गिल और मोहम्मद सिराज की विशेष तारीफ की.

शास्त्री ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह भारतीय क्रिकेट ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट में खेल के इतिहास की सबसे शानदार वापसी में से एक होगी.’

उन्होंने कहा, ‘36 रन पर आउट होने के बाद तीन दिन में हार जाना और फिर इसके बाद पलटवार के लिए तैयार रहना शानदार है. लड़कों ने जो जज्बा दिखाया उसके लिए वे श्रेय के हकदार हैं. यह असली जज्बा है.’

पूर्व भारतीय आलराउंडर शास्त्री का मानना है कि कोविड-19 महामारी से प्रभावित साल में इस तरह की जीत से निश्चित तौर पर भारतीय प्रशंसकों के चेहरे पर खुशी लौटेगी.

उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह टीम का दुनिया भर के उसके प्रशंसकों को नए साल का बेहतरीन तोहफा है, नए साल में जाते हुए इससे उनके चेहरों पर खुशी आएगी.’

शास्त्री ने मैच में 45 और नाबाद 35 रन की पारी खेलने वाले गिल और पांच विकेट चटकाने वाले सिराज की जमकर तारीफ की.

शास्त्री ने कहा, ‘जब आप देखते हो कि पदार्पण करने वाले दो खिलाड़ियों ने इस तरह जज्बा, अनुशासन और परिपक्वता दिखाई तो यह शानदार लगता है. आज सिराज के आंकड़े शानदार थे.’

‘लंबे स्पैल करते हुए उसने जो अनुशासन दिखाया और वह भी अपने पहले ही टेस्ट में और उमेश की गैरमौजूदगी में उसने जो किया, वह बेजोड़ था.’

गिल के जज्बे और उनके अति रक्षात्मक रवैया नहीं अपनाने से भी शास्त्री काफी प्रभावित दिखे. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि पहले टेस्ट खेलते हुए वह (गिल) काफी धैर्यवान और परिवक्व था. वह शॉट खेलने से नहीं डरा जबकि रक्षात्मक रवैया अपनाना आसान थ.’

‘चालाक कप्तान हैं रहाणे ‘

रवि शास्त्री ने कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे को ‘चालाक कप्तान’ बताते हुए कहा कि उनका शांत स्वभाव नियमित कप्तान विराट कोहली से बिल्कुल विपरीत है जो हमेशा जोश और जुनून से भरे रहते हैं .

आस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में शतक बनाने के साथ अच्छी कप्तानी के लिये भी रहाणे की तारीफ की जा रही है .

शास्त्री ने दूसरे टेस्ट में आठ विकेट से मिली जीत के बाद कहा ,‘ वह काफी चालाक कप्तान है और खेल को बखूबी पढता है. उसके शांत स्वभाव से नये खिलाड़ियों और गेंदबाजों को मदद मिली. उमेश के नहीं होने के बावजूद वह विचलित नहीं हुआ. ’

शास्त्री से रहाणे और कोहली की कप्तानी की शैली में फर्क के बारे में पूछा गया था.

उन्होंने कहा ,‘ दोनों खेल को बखूबी समझते हैं . विराट काफी जुनूनी है जबकि अजिंक्य शांत है. विराट आक्रामक है जबकि अजिंक्य चुपचाप तैयारी करता है लेकिन उसे पता है कि वह क्या चाहता है .’

उन्होंने रहाणे के शतक को दूसरे टेस्ट का निर्णायक मोड़ बताते हुए कहा कि उन्होंने ‘अविश्वसनीय धीरज’ का प्रदर्शन किया .

रहाणे के 112 रन की मदद से भारत ने पहली पारी में 326 रन बनाकर 131 रन की बढत ली थी .

शास्त्री बोले ,‘ रहाणे जब बल्लेबाजी के लिये उतरा तो हमारे दो विकेट 60 रन पर गिर गए थे इसके बाद उसने छह घंटे बल्लेबाजी की यह आसान नहीं था. उसने अविश्वसनीय धैर्य दिखाया. उसकी पारी मैच का टर्निंग प्वाइंट थी .’

‘जडेजा टीम को संतुलन प्रदान करते हैं’

मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि रविंद्र जडेजा टेस्ट क्रिकेट में विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेलने में सक्षम है लेकिन उनका आलराउंड कौशल भारतीय टीम को खेल के इस पारंपरिक प्रारूप में जरूरी संतुलन प्रदान करता है.

मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर दूसरे टेस्ट में मंगलवार को भारत की आस्ट्रेलिया पर आठ विकेट की जीत के दौरान जडेजा के योगदान की अनदेखी नहीं की जा सकती जिन्होंने अपने 50वें टेस्ट में खेलते हुए पहली पारी में अर्धशतक जड़ने के अलावा मैच में तीन विकेट चटकाए और दो कैच लपके.

यह पूछने पर कि क्या भारत जडेजा को विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में देखता है, शास्त्री ने कहा, ‘वह वास्तविक आलराउंडर है और यही कारण है कि वह टीम में है। वह स्थिति के अनुसार छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर सकता है या पांचवें नंबर पर भी लेकिन वह वास्तवित आलराउंडर है. यही कारण है कि वह टीम को काफी संतुलन प्रदान करता है.’

जडेजा ने टेस्ट क्रिकेट में 216 विकेट चटकाने के अलावा 1926 रन भी बनाए हैं.

शास्त्री ने कहा, ‘साथ ही जब हम विदेशी सरजमीं पर खेलते हैं तो आशंका रहती है कि कोई (तेज) गेंदबाज चोटिल हो जाए, आपने उमेश यादव के साथ ऐसा देखा. जडेजा के होने से आपको यह संतुलन मिलता है और जडेजा तथा रविचंद्रन अश्विन के एक साथ गेंदबाजी करने से तेज गेंदबाजों को राहत मिलती है.’

share & View comments