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Saturday, 16 November, 2024
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Covid से लड़ने में जरूरी चीजें तेजी से भारत भेज रहे, यह महामारी मानवता का साझा दुश्मन है : चीन

विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे पत्र में वांग ने कहा, ‘चीनी पक्ष, भारत जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, उनके प्रति संवेदना रखता है और गहरी सहानुभूति प्रकट करता है.’

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बीजिंग : चीन के विदेश मंत्री वांग यि ने बृहस्पतिवार को वादा किया कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के खिलाफ भारत की लड़ाई में उनका देश हर संभव मदद करेगा. उन्होंने कहा कि चीन महामारी रोधी वस्तुओं को तेजी से भारत पहुंचा रहा है.

विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे पत्र में वांग ने कहा, ‘चीनी पक्ष, भारत जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, उनके प्रति संवेदना रखता है और गहरी सहानुभूति प्रकट करता है.’

भारत में चीन के राजदूत सुन वेइदोंग ने इस पत्र को ट्विटर पर साझा किया जिसमें लिखा है, ‘कोरोनावायरस मानवता का साझा दुश्मन है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होकर और समन्वयित होकर इसका मुकाबला करने की जरूरत है. चीनी पक्ष भारत सरकार और वहां के लोगों का, महामारी से लड़ाई में समर्थन करता है.’

वांग ने कहा कि चीन में उत्पादित महामारी रोधी वस्तुएं तेजी से भारत में दाखिल हो रही हैं ताकि भारत की इस महामारी में मदद की जा सके.

उन्होंने कहा, ‘चीनी पक्ष भारत की जरूरत के अनुरूप यथासंभव समर्थन और मदद पहुंचाना जारी रखेगा. हमें उम्मीद और भरोसा है कि भारत सरकार के नेतृत्व के अंतर्गत लोग यथा शीघ्र इस महामारी पर काबू पा लेंगे.’

वांग का पत्र ऐसे समय आया है जब दोनों देशों की सेनाओं की पूर्वी लद्दाख के बाकी बचे तनाव वाले इलाके से वापसी होनी बाकी है. दोनों देशों की सेना फरवरी में पैगोंग झील के इलाके से पीछे हटी थीं.

बांग्लादेश ने की आपातकालीन चिकित्सीय आपूर्तियों की पेशकश

बांग्लादेश ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अपने सबसे नजदीकी पड़ोसी भारत के साथ इस “नाजुक क्षण” में एकजुटता से खड़ा है और उसने कोरोना वायरस के मामलों में भारी वृद्धि से लड़ने के लिए देश को आपातकालीन दवाएं तथा चिकित्सा उपकरण भेजने की पेशकश की.

बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि इन आपूर्तियों में वायरस रोधी टीकों (इंजेक्शन के माध्यम से दिए जाने वाले और पिलाए जाने वाले) की 10,000 शीशियां, 30,000 पीपीई किट और जिंक, कैल्शियम, विटामिन सी और अन्य जरूरी दवाओं के कई हजार पत्ते हैं.

इसने कहा, ‘बांग्लादेश अपने करीबी पड़ोसी भारत के साथ इस नाजुक क्षण में एकजुटता से खड़ा है और ढाका वहां जिंदगियों को बचाने के लिए हर संभव तरीके से मदद देने के लिए तैयार है.’

सरकार ने कहा कि अगर जरूरत पड़ती है तो ढाका भारत की आगे और मदद करने के लिए तैयार है.

बयान में कहा गया, ‘बांग्लादेश सरकार कोविड-19 वैश्विक महामारी के हालिया प्रसार के कारण लोगों की मौत पर अत्यंत दुख एवं शोक प्रकट करती है.’

भारत वैश्विक महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है जहां पिछले कुछ दिनों से रोजाना 3,00,000 से ज्यादा नये मामले आ रहे हैं और अस्पताल चिकित्सीय ऑक्सीजन और बिस्तरों की कमी का सामना कर रहे हैं.

अमेरिका, रूस, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, आयरलैंड, बेल्जियम, रोमानिया, लग्जमबर्ग, सिंगापुर, पुर्तगाल, स्वीडन, न्यूजीलैंड, कुवैत और मॉरिशस समेत कई देशों ने वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए भारत को मदद की पेशकश की है.

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