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Saturday, 21 December, 2024
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बांग्लादेश में 500 लोगों को ले जा रही फेरी बोट में आग लगने से 36 की मौत, 200 झुलसे

आग बारगुना जा रही नौका एमवी अभिजन-10 के इंजन कक्ष में स्थानीय समयानुसार शुक्रवार तड़के तीन बजे लगी. यह नौका ढाका से रवाना हुई थी.

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ढाका: दक्षिणी बांग्लादेश में शुक्रवार को सुगंधा नदी पर जा रही तीन मंजिला नांव में आग लगने से कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई, वहीं कम से कम 200 अन्य झुलस गए. नौका में कुल 500 लोग सवार थे.

अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

यह आग बारगुना जा रही नौका एमवी अभिजन-10 के इंजन कक्ष में स्थानीय समयानुसार शुक्रवार तड़के तीन बजे लगी. यह नौका ढाका से रवाना हुई थी.

‘द ढाका ट्रिब्यून’ ने अपनी एक खबर में कहा, ‘‘अधिकारियों ने झलकथी में सुगंधा नदी पर जा रही नौका से जले हुए कम से कम 36 शव बरामद किए हैं. यह स्थान राजधानी ढाका से 250 किलोमीटर दक्षिण में है.’’

खबर में नौका प्रशासन, पुलिस और दमकल कर्मियों के हवाले से बताया गया कि घटना में कम से कम 200 लोग झुलस गए हैं और स्थानीय अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है.

झलकथी के उपायुक्त जौहर अली ने बताया कि बड़ी संख्या में लोगों के झुलसने के कारण मृतक संख्या बढ़ सकती है. जली हुई नौका से बचावकर्ताओं ने अब तक 36 शव निकाले हैं.

बीडीन्यूज24डाटकॉम ने अपनी खबर में अग्निसेवा नियंत्रण कक्ष के हवाले से बताया कि 72 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

नौका में आग लगने के बाद लोग जान बचाने के लिए नदी में कूद गए. दुर्घटना में बचे लोगों ने बताया कि नौका लोगों से भरी हुई थी.

बारिशाल दमकल सेवा के उप निदेशक कमालउद्दीन भुइयां ने बताया कि आग नौका के इंजन कक्ष में लगने का संदेह है.

अग्नि सेवा नियंत्रण कक्ष ने एक बयान में कहा, ‘सूचना मिलने पर बारिशाल मंडल दमकल सेवा एवं नागरिक रक्षा के उप निदेशक कमालउद्दीन भुइयां की अगुवाई में 15 अग्निशमन वाहन तीन बजकर 50 मिनट पर घटनास्थल पर पहुंचे और पांच बजकर 20 मिनट पर आग पर काबू पाया गया.’

समाचारपत्र डेली स्टार ने घटना में बाल बाल बचे व्यक्ति सैदुर रहमान के हवाले से अपनी खबर में बताया, ‘ तड़के तीन बजे नौका के इंजन कक्ष में अचानक आग लग गई और देखते ही देखते इसने पूरी नौका को अपनी चपेट में ले लिया. इस दौरान नौका गबखान पुल के पास पहुंच रही थी.’

उन्होंने कहा, ‘ नौका में बच्चों और बुजुर्गों सहित 500 यात्री सवार थे. इनमें से कई नदी में कूद गए और उन्होंने अपनी जान बचाई.’

रहमान ने कहा, ‘कुछ जलने की गंध आने पर मैं वीआईपी केबिन से बाहर आया और देखा कि वहां आग लगी है. इसके बाद मैं, मेरी पत्नी और मेरा साला नदी में कूद गए और हमने तैर कर अपनी जान बचाई.’

आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी.


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