कैनबरा: ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ उनकी पहली मुलाकात और भारत और जापान के नेताओं के साथ बातचीत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता के लिए अहम साबित होगी.
ऑस्ट्रेलिया के स्थानीय समयानुसार शनिवार तड़के वीडियो कांफ्रेंस के जरिए होने वाली इस बातचीत में पहली बार समूह के नेता एकसाथ जुटेंगे.
चीन ने क्वाड को उसकी आकांक्षाओं पर लगाम लगाने का एक प्रयास बताया है.
मॉरिसन ने कहा कि चीन के लिए समूह के नेताओं की बैठक पर आपत्ति जताने का कोई कारण नहीं है.
मॉरिसन ने पत्रकारों से कहा, ‘यह चार राष्ट्रों के बारे में है जिनके हिंद-प्रशांत क्षेत्र में दीर्घकालिक हित जुड़े हैं. हमारे लिए यह वह स्थान है जहां हम रहते हैं, जहां जापान है, जहां भारत है और जहां अमेरिका की लंबे समय से मौजूदगी रही है. इसलिए यह (बातचीत) हिंद-प्रशांत में शांति और स्थिरता के लिए अहम है और इससे हिंद-प्रशांत क्षेत्र के सभी देशों को लाभ होगा.’
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बैठक शांति के उद्देश्य और क्षेत्रीय सहयोग पर केंद्रित होगी.
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