स्टॉकहोम: सोमवार को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार नोबेल की घोषणा हो गई है. फिजियोलॉजी या मेडिसिन की कैटिगरी में दो अमेरिकी साइंटिस्ट डेविड जूलियस और अर्देम पटापाउटियन को नोबेल पुरस्कार दिया गया है. इन्होने तापमान और टच के लिए रिसेप्टर्स की ख़ोज की थी. यह पुरस्कार दोनों साइंटिस्ट को फिजियोलॉजी या मेडिसिन की कैटिगरी के लिए संयुक्त रूप से दिया गया है.
BREAKING NEWS:
The 2021 #NobelPrize in Physiology or Medicine has been awarded jointly to David Julius and Ardem Patapoutian “for their discoveries of receptors for temperature and touch.” pic.twitter.com/gB2eL37IV7— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 4, 2021
एक बयान में कहा गया है कि, ‘इस साल के नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने TRPV1, TRPM8 और Piezo चैनलों की बेमिसाल खोजों ने हमें यह समझाने की कोशिश की है कि कैसे गर्मी, ठंड और मकैनिक्ल फ़ोर्स तन्त्रिका को शुरू करती हैं जो हमें अपने आसपास की दुनिया को समझने और उसमें ढलने की इजाजत देती हैं.’
नोबेल समिति के महासचिव थॉमस पर्लमैन ने इन विजेताओं के नामों की घोषणा की है.
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नोबेल समिति के पैट्रिक अर्नफोर्स ने कहा कि जूलियस ने तंत्रिका सेंसर की पहचान करने के लिए मिर्च का इस्तेमाल किया.
तंत्रिका सेंसर से त्वचा पर तापमान की प्रतिक्रिया होती है. उन्होंने कहा कि पटापाउटियन ने कोशिकाओं में अलग दबाव-संवेदनशील सेंसर का पता लगाया.
पर्लमैन ने कहा, ‘‘इससे वास्तव में प्रकृति के रहस्यों में से एक का खुलासा होता है… यह वास्तव में ऐसा कुछ है जो हमारे अस्तित्व के लिए अहम है. इसलिए यह एक बहुत ही अहम और गहन खोज है.’
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पिछले साल का पुरस्कार तीन वैज्ञानिकों को दिया गया था जिन्होंने लीवर को खराब करने वाले हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज की. वह ऐसी कामयाबी थी, जिससे घातक बीमारी के इलाज का रास्ता व्यापक हुआ और ब्लड बैंकों के जरिए इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए परीक्षण किए गए.
इस पुरस्कार में एक स्वर्ण पदक और एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (करीब 11.4 लाख अमेरिकी डॉलर) दिए जाते हैं. पुरस्कार की रक़म स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल द्वारा छोड़ी गई वसीयत से दी जाती है जिनका निधन 1895 में हो गया था.
नोबेल पुरस्कार चिकित्सा के अलावा भौतिकी, रसायन विज्ञान, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों के लिए दिए जाते हैं.