वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोनावायरस वैश्विक महामारी और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर जर्मनी एवं सऊदी अरब समेत दुनिया के कई नेताओं से चर्चा की.
व्हाइट हाउस ने एक बयान में बताया कि ट्रंप और सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुलअजीज अल-सौद ने कोरोनावायरस वैश्विक महामारी को हराने में हाल की सकारात्मक घटनाओं और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को फिर से खड़ा करने पर शुक्रवार को चर्चा की.
इसमें बताया गया कि दोनों नेता वैश्विक ऊर्जा बाजार में स्थिरता की महत्ता पर राजी हुए और उन्होंने अमेरिका एवं सऊदी अरब की रक्षा साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई.
ट्रंप और सलमान ने अन्य अहम क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों तथा जी7 एवं जी20 के नेताओं के तौर पर अपने सहयोग पर भी चर्चा की.
जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल से शुक्रवार को बातचीत में दोनों नेताओं ने कोरोनावायरस वैश्विक महामारी को हराने में सकारात्मक घटनाओं, अनुसंधान प्रयासों और अमेरिका एवं जर्मनी की अर्थव्यवस्थाओं को फिर से खोलने पर चर्चा की.
व्हाइट हाउस ने कहा,’राष्ट्रपति ने महामारी से निपटने में जर्मनी की सक्रियता के लिए चांसलर का आभार जताया. दोनों नेताओं ने अहम क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा की.’
ट्रंप ने ‘विक्ट्री इन यूरोप डे’ की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर मर्केल से बात की.
व्हाइट हाउस के अनुसार ट्रंप ने मलेशिया के प्रधानमंत्री मुहिद्दीन यासीन से भी कोरोनावायरस वैश्विक महामारी से निपटने के प्रयासों पर चर्चा की.
राष्ट्रपति ने ‘प्रोजेक्ट एयर ब्रिज’ को दिए सरकार के समर्थन और आपूर्ति श्रृंखला बहाल रखने के लिए मुहिद्दीन का शुक्रिया अदा किया.
व्हाइट हाउस ने कहा,’दोनों नेताओं ने तीव्र आर्थिक बहाली के लिए साथ मिलकर काम करने और अमेरिका-मलेशिया विस्तृत साझेदारी बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई.’
विदेशी नर्सों और डॉक्टरों को ग्रीन कार्ड देने के लिए अमेरिकी कांग्रेस में विधेयक पेश
अमेरिकी सांसदों ने देश में स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने के लिए हजारों विदेशी नर्सों और डॉक्टरों को ग्रीन कार्ड देने या स्थानीय कानूनी निवास का दर्जा देने वाला एक विधेयक कांग्रेस में पेश किया है.
‘द हेल्थकेयर वर्कफोर्स रेसिलिएंस एक्ट’ से उन ग्रीन कार्ड्स को जारी किया जा सकेगा जिन्हें पिछले वर्षों में कांग्रेस ने मंजूरी दी थी लेकिन उन्हें किसी को दिया नहीं गया. इस विधेयक से हजारों अतिरिक्त चिकित्सा पेशेवर अमेरिका में स्थायी रूप से काम कर सकेंगे.
एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस विधेयक से कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान 25,000 नर्सों और 15,000 डॉक्टरों को ग्रीन कार्ड जारी किए जाएंगे तथा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चिकित्सा पेशेवरों की कमी न हो.
इस कदम से बड़ी संख्या में उन भारतीय नर्सों और डॉक्टरों को फायदा होने की संभावना है, जिनके पास या तो एच-1बी या जे2 वीजा हैं.
प्रतिनिधि सभा में इस विधेयक को सांसद एबी फिनकेनॉर, ब्रैंड श्नीडर, टॉम कोले और डॉन बैकन ने पेश किया। सीनेट में डेविड परड्यू, डिक डर्बिन, टॉड यंग और क्रिस कून्स ने इस विधेयक को पेश किया.
कांग्रेस सदस्य फिनकेनॉर ने कहा,’हम जानते हैं कि यह विषाणु जादुई ढंग से गायब नहीं हो जाएगा और डॉ. एंथनी फॉसी जैसे विशेषज्ञ संक्रमण के दूसरे दौर की चेतावनी दे रहे हैं. खासतौर से ग्रामीण इलाकों में हालात नाजुक हैं और वहां पहले से ही चिकित्सा पेशेवरों की कमी है.’