scorecardresearch
Saturday, 23 November, 2024
होमविदेशअमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही का प्रस्ताव सीनेट कौ सौंपा गया

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही का प्रस्ताव सीनेट कौ सौंपा गया

डेमोक्रेट्स के बहुमत वाले निचले सदन में चल रही महाभियोग की कार्यवाही को ऊपरी सदन सीनेट भेजने के पक्ष में सांसदों ने मतदान किया था.

Text Size:

वाशिंगटन: अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने बुधवार को एक प्रस्ताव पारित कर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही ऊपरी सदन ‘सीनेट’ को भेज दी. दूसरी ओर ट्रम्प ने इस कदम को विपक्षी डेमोक्रेट्स का एक और छल बताया है.

डेमोक्रेट्स के बहुमत वाले निचले सदन में चल रही महाभियोग की कार्यवाही को ऊपरी सदन सीनेट भेजने के पक्ष में सांसदों ने मतदान किया था.

सीनेट में कार्यवाही चलाए जाने के पक्ष में 228 सांसदों ने जबकि विपक्ष में 193 सांसदों ने वोट दिया था.

महाभियोग को सीनेट भेजे जाने से पहले अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पैलोसी ने इसके तहत लगाए गए आरोपों पर हस्ताक्षर किए थे. सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है.

प्रतिनिधि सभा ने सात महाभियोग प्रबंधकों की नियुक्ति भी की है, जो ट्रम्प को अमेरिकी राष्ट्रपति पद से हटाने के लिए डेमोक्रेट्स के प्रस्ताव की पैरवी करेंगे.

इन आरोपों पर हस्ताक्षर करने से पहले पैलोसी ने कहा, ‘हमारे देश के लिए यह बेहद दुखद, बेहद त्रासदीपूर्ण है कि राष्ट्रपति ने हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करने, अपने पद की शपथ का उल्लंघन करने और हमारे चुनाव की सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए कदम उठाए गए.’

ट्रम्प के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए चुने गए प्रतिनिधि सभा के प्रबंधकों सहित अधिकारियों ने सीनेट के एक कर्मी को नीले रंगे के फोल्डर में यह प्रस्ताव सौंपा.

इसके बाद सीनेट में बहुमत दल के नेता मिच मैक्कॉनेल ने प्रतिनिधि सभा के प्रबंधकों को सीनेट आमंत्रित किया जो गुरुवार दोपहर 12 बजे आरोपों को औपचारिक रूप से पढ़ेंगे.

अमेरिकी उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट स्थानीय समयानुसार दोपहर दो बजे शपथ दिलाने के लिए वहां पहुंचेंगे.

मिच मैक्कॉनेल ने कहा, ‘चीफ जस्टिस हम सभी सीनेटरों को शपथ दिलाएंगे.’

अमेरिकी इतिहास में तीसरी बार सीनेट महाभियोग अदालत का रूप लेगी.

मैककॉनेल ने कहा, ‘सुनवाई मंगलवार को शुरू की जाएगी.’

उन्होंने कहा, ‘हम तुच्छ गुटबाजी से ऊपर उठकर अपनी संस्थाओं के लिए, अपने राज्यों के लिए और राष्ट्र के लिए न्याय करेंगे.’

share & View comments