रियाद: अफगानिस्तान में हिंसा कम करने के उद्देश्य से अमेरिका, तालिबान के साथ 29 फरवरी को एक करार करने की तैयारी कर रहा है. विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
सऊदी अरब के दौरे के बाद जारी एक बयान में उन्होंने कहा, ‘इस सहमति के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन से, अमेरिका-तालिबान के बीच करार पर दस्तखत की दिशा में आगे बढ़ने की उम्मीद है.’
अफगानिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जावेद फैसल ने एएफपी से कहा, ‘हिंसा में कमी 22 फरवरी से शुरू होगी और एक सप्ताह तक चलेगी.’
यह आंशिक संघर्ष विराम अफगानिस्तान में 18 साल से अधिक समय के भीषण संघर्ष के दौर में एक ऐतिहासिक कदम होगा और ऐसे समझौते का मार्ग भी प्रशस्त करेगा जिससे अंतत: संघर्ष समाप्त हो सकता है.
After decades of conflict, we have come to an understanding with the Taliban on a significant reduction in violence across #Afghanistan. This is an important step on a long road to peace, and I call on all Afghans to seize this opportunity.
— Secretary Pompeo (@SecPompeo) February 21, 2020
पोम्पिओ ने कहा कि अंतर अफगान समझौते पर 29 फरवरी को कतर की राजधानी दोहा में दस्तखत होने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि वे इस मूलभूत कदम को आगे बढ़ाएंगे जिसमें समग्र और स्थायी संघर्षविराम के साथ ही अफगानिस्तान में भविष्य का राजनीतिक मार्ग प्रशस्त होगा.
अमेरिका के शीर्ष राजनेता ने कहा कि चुनौतियां बरकरार हैं लेकिन अब तक हुई प्रगति से उम्मीद बंधी है.
जो हाल सोवियत रूस का हुआ था अफ़ग़ानिस्तान मैं उससे भी बुरा हुआ है अमेरिका के साथ।साम्झौता करके कुछ इज़्ज़त बचा लिया।