मनामा, 25 मई (भाषा) भारतीय सांसदों के एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को बहरीन के उपप्रधानमंत्री शेख खालिद बिन अब्दुल्ला अल खलीफा से मुलाकात की और आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख पर चर्चा की।
भाजपा सांसद बैजयंत जय पांडा के नेतृत्व वाला यह प्रतिनिधिमंडल उन सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक हैं, जिन्हें भारत ने विश्व के 33 देशों की राजधानियों का दौरा करने का जिम्मा सौंपा है। वे पाकिस्तान की मंशाओं और आतंकवाद के प्रति भारत की प्रतिक्रिया, खासकर 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद, से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवगत कराएंगे।
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
पांडा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत और बहरीन के बीच विश्वास, साझा मूल्यों और आपसी सम्मान पर आधारित प्रगाढ़, ऐतिहासिक मित्रता है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमने आपसी हितों के मामलों और आतंकवाद के सभी स्वरूपों से लड़ने के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता पर चर्चा की।’’
यह बैठक बहरीन की राजधानी मनामा के गुडेबिया पैलेस में हुई।
बहरीन में भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सर्वदलीय सांसदों ने बहरीन की संसद के उच्च सदन शूरा बहरीन के अध्यक्ष अली बिन सालेह अल सालेह से भी मुलाकात की तथा आतंकवाद के खिलाफ लड़ने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के भारत के संकल्प को रेखांकित किया।’’
प्रतिनिधिमंडल ने मनामा में ऐतिहासिक स्थल बाब अल बहरीन का भी दौरा किया, जिसे पांडा ने ‘‘बहरीन की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और भारत के साथ स्थायी संबंधों का प्रतीक’’ बताया।
प्रतिनिधिमंडल शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचा। यात्रा के दौरान, उन्होंने प्रमुख भारतीयों और नागरिक संस्थाओं के सदस्यों से भी मुलाकात की।
पांडा ने शनिवार को बैठक के दौरान कहा, ‘‘हम यहां एक मुश्किल समय में हैं… यह मुश्किल पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले और उसके बाद पाकिस्तान के साथ शत्रुता से जुड़ी हुई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम यहां दोस्ती के लिए समर्थन मांगने आए हैं। 26 लोगों को उनके परिजनों के सामने ही उनका धर्म पूछने के बाद मार दिया गया। भारत ने ऐसे कई भयानक आतंकी हमलों का सामना किया है… हमारी समस्या यह है कि सभी आतंकी हमलों का समन्वय हमारे पड़ोसियों में से एक द्वारा किया जाता है।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘बहरीन और भारत के बीच प्रगाढ़ और लंबे समय से संबंध हैं… मैं बहरीन सरकार को उसके निरंतर एक समान रुख के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। हम हाल के घटनाक्रमों के दौरान बहरीन की कड़ी टिप्पणियों की सराहना करते हैं।’’
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य एवं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता असदुद्दीन ओवैसी ने बैठक के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘‘हमारी सरकार ने हमें यहां भेजा है, साथ ही दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भी अन्य सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को भेजा है, ताकि विश्व को पता चले कि भारत किस खतरे का सामना कर रहा है।’’
पांडा के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल 26 मई को कुवैत जाएगा, जहां वह कूटनीतिक संपर्क के तहत वहां की प्रमुख हस्तियों और भारतीय समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख से अवगत कराएगा।
पांडा और ओवैसी के अलावा, प्रतिनिधिमंडल में पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य रेखा शर्मा भी शामिल हैं।
भाषा सुभाष प्रशांत
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