नई दिल्ली : अमेरिका से बढ़ते दबाव के बाद अपनी सीमा में अवैध तौर पर घुसने कोशिश पर लगाम के तहत मेक्सिको ने अभूतपूर्व कदम उठाया है. लगभग 60 सुरक्षा एस्कॉर्ट्स 311 भारतीयों को एक विशेष विमान से शुक्रवार सुबह दिल्ली हवाई अड्डे पर लेकर पहुंचेंगे. इसमें एक महिला भी शामिल है.
आव्रजन स्रोतों ने पुष्टि की है कि ये भारतीय अवैध रूप से पिछले कुछ महीनों में कथित तौर पर अंतरराष्ट्रीय एजेंटों की मदद से मैक्सिको पहुंचे थे, जिन्होंने उन्हें अवैध तरीके से अमेरिका में प्रवेश कराने का वादा किया था.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहचान न जाहिर करने की शर्त पर कहा, ‘इस तरह के ज्यादातर यात्री दो निजी विमानों से भारत से मेक्सिको पहुंचे हैं और जिन्हें ट्रेवल एजेंटों ने हर आदमी से 25-30 लाख रुपए लेकर इसमें मदद की है. अधिकारी ने आगे कहा, ‘इस पैसे में रहना, हवाई किराया, खाना वगैरह शामिल है. एजेंटों को अमेरिका में प्रवेश की व्यवस्था करने में लगभग एक सप्ताह से एक महीने का समय लगा.’
सूत्रों ने यह भी कहा है कि फ्लाइट बोइंग 747-400 मैड्रिड से स्पेन के रास्ते भारत पहुंच रही है और सभी भारतीयों को इमर्जेंसी सर्टिफिकेट दिया गया है- एक तरफ से की जाने वाली यात्रा का दस्तावेज है जो किसी भारतीय नागरिक को आपातकालीन स्थिति में भारत में प्रवेश करने की अनुमति देता है.
ऐसे कागजात उन व्यक्तियों को जारी किए जाते हैं, जिनका पासपोर्ट खो गया हो, नुकसान पहुंचा हो या कोई वैध पासपोर्ट न हो.
वॉशिंगटन पोस्ट ने एसोसिएटेड प्रेस के हवाले से कहा है, ‘नेशनल इमिग्रेशन इंस्टीट्यूट (मैक्सिको) ने बुधवार देर रात एक बयान में कहा कि उसने 310 पुरुषों और एक महिला को तोलुका से नई दिल्ली भेजा है.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है, ‘मेक्सिको ने हाल के महीनों में अपने आव्रजन प्रवर्तन को अमेरिका के दबाव में आगे बढ़ाया है. सरकार ने हजारों नेशनल गार्ड एजेंटों को प्रमुख इमीग्रेशन रूटों पर तैनात किया है.’
एक अन्य अव्रजन अधिकारी ने कहा, ‘वापस भेजने की प्रक्रिया में 3-4 घंटे से कम का समय नहीं लगेगा क्योंकि सरकारी एजेंसियां उनसे उनकी यात्रा के बारे में सवाल करेंगी. कानूनी मामला भी दर्ज किया जा सकता है और अंदरूनी सूत्रों की भूमिका की जांच की जाएगी.’
स्वदेश भेजे जाने वाले ज्यादातर भारतीयों में से अधिकांश पंजाब से हैं जिन्होंने बीच में बीच में मैक्सिको की यात्रा की थी.