(ललित के. झा)
वेस्ली, 12 जुलाई (भाषा) अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि भारत को यूक्रेन में शांति सुनिश्चित करने और उसे रूस के साथ बातचीत के लिए तैयार करने में रचनात्मक भूमिका निभानी चाहिए।
अमेरिकी विदेश विभाग में यूरोपीय सुरक्षा एवं राजनीतिक मामलों से संबंधित कार्यालय के निदेशक लियाम वेस्ली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मॉस्को यात्रा तथा राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ यूक्रेन संघर्ष समेत अन्य मुद्दों पर हुई उनकी बातचीत के कुछ दिन बाद यह बात कही।
वेस्ली ने कहा कि भारतीयों को यह समझना चाहिए कि राष्ट्रपति पुतिन और रूस अमेरिका के यूरोपीय सहयोगियों व नाटो गठबंधन के लिए कितना बड़ा खतरा हैं।
वेस्ली ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि यह लोकतांत्रिक देशों में रहने वाले अरबों लोगों की सुरक्षा के लिए एक बहुत बड़ा प्रत्यक्ष खतरा है।
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि भारतीय लोग समझ सकते हैं कि यह हमारे नाटो सहयोगियों की समझ और दृष्टिकोण को कैसे प्रभावित कर रहा है। यूक्रेन में न्यायपूर्ण शांति कायम करने और यूक्रेन को अपना भविष्य सुनिश्चित करने के मकसद से बातचीत के लिए तैयार करने को लेकर भारत को रचनात्मक भूमिका निभानी चाहिए।”
जब यह पूछा गया कि क्या भारतीय प्रधानमंत्री मोदी यूरोप और नाटो सहयोगियों की सुरक्षा चिंताओं के प्रति असंवेदनशील हैं, तो वेस्ली ने कहा, “हमें लगता है कि भारतीयों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि कैसे ये ताकतें कई वर्षों तक एक अन्यायपूर्ण, अकारण युद्ध जारी रखने में योगदान दे रही हैं।”
उन्होंने कहा, “भारत दुनिया के एक बहुत बड़े हिस्से में एक महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रदान करने वाला देश है। हमें लगता है कि भारत बहुत प्रभावशाली है, और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा वातावरण के भविष्य पर इसका बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा। यही कारण है कि मुझे लगता है कि भारत यूक्रेन में शांति लाने में एक रचनात्मक भूमिका निभा सकता है।”
भाषा जोहेब नरेश
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