नयी दिल्ली, 16 मई (भाषा) एशियाई चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता निकहत जरीन (52 किग्रा) ने सोमवार को इस्तांबुल में आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में शानदार जीत के साथ सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत के लिए मौजूदा टूर्नामेंट का पहला पदक पक्का किया।
प्रतिष्ठित ‘स्ट्रैंड्जा मेमोरियल’ टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली निकहत ने अपनी शानदार लय को जारी रखते हुए इंग्लैंड की चार्ली-सियान डेविसन को 5-0 से हराया।
तेलंगाना की इस 25 साल की मुक्केबाज ने क्वार्टर फाइनल में डेविसन के आक्रामक खेल का जवाब उन्हीं की शैली में दिया। पहले दौर में दोनों मुक्केबाजों ने एक दूसरे पर जमकर हमला बोला।
निकहत ने हालांकि दूसरे दौर में अपना दबदबा बनाया और प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज के शरीर पर सटीक पंच जड़े।
शुरुआती दो दौर में बढ़त कायम करने के बाद निकहत ने तीसरे दौर में रक्षात्मक खेल का सहारा लिया और एकतरफा जीत दर्ज की।
नीतू (48 किग्रा) का अभियान हालांकि क्वार्टर फाइनल में कजाकिस्तान की मौजूदा एशियाई चैंपियन अलुआ बाल्किबेकोवा से 2-3 के खंडित फैसले की हार के साथ खत्म हो गया।
हरियाणा की 21 साल की दो बार की युवा विश्व चैम्पियन को शुरुआती दो दौर में रक्षात्मक खेल का खामियाजा भुगतना पड़ा। वह इस दौरान बाल्किबेकोवा को मुक्के लगाने के लिए संघर्ष कर रही थी।
उन्होंने तीसरे दौर में आक्रामक रूख अपनाया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी ।
भाषा आनन्द सुधीर
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