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शुक्रवार, 23 मई, 2025
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बिहार में शुरू हुई विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता ‘मशाल’

22 से 24 मई तक 5900 संकुल स्तर के विद्यालयों में प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है. हर स्कूल से 77 छात्र-छात्राएं इसमें भाग ले रहे हैं.

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पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ की गई ‘मशाल’ खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता शुक्रवार से पूरे बिहार में जोर-शोर से शुरू हो गई है. इसे दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता माना जा रहा है.

इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविन्द्रण शंकरण ने बताया कि इस प्रतियोगिता का आयोजन राज्य खेल प्राधिकरण, खेल विभाग, शिक्षा विभाग, SCERT और बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के संयुक्त प्रयास से किया जा रहा है.

राज्य के करीब 38,228 सरकारी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों से लगभग 50 लाख से अधिक विद्यार्थी प्रतियोगिता में भाग लेंगे. यह प्रतियोगिता 14 साल से कम और 16 वर्ष से कम आयु वर्ग के बालक-बालिकाओं के लिए आयोजित की जा रही है.

प्रतियोगिता को विद्यालय, संकुल, प्रखंड, जिला और राज्य स्तर पर आयोजित किया जा रहा है. हर स्तर पर चयनित खिलाड़ियों को अगले स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिलेगा.

प्रतियोगिता में एथलेटिक्स, कबड्डी, फुटबॉल और वॉलीबॉल की विधाएं शामिल हैं. एथलेटिक्स के अंतर्गत दौड़, लंबी कूद और क्रिकेट बॉल थ्रो की प्रतिस्पर्धाएं कराई जाएंगी.

विभिन्न स्तरों पर विजयी खिलाड़ियों को मेडल, ई-सर्टिफिकेट, और कुल 10 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे.

22 से 24 मई तक 5900 संकुल स्तर के विद्यालयों में प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है. हर स्कूल से 77 छात्र-छात्राएं इसमें भाग ले रहे हैं.

अब तक पूरे राज्य से 16 लाख से अधिक छात्रों का नामांकन हो चुका है, जिनमें से लगभग 12 लाख का बैटरी टेस्ट कराया जा चुका है. शेष का टेस्ट अगले कुछ दिनों में होगा.

संकुल स्तर पर चुने गए 77-77 खिलाड़ी प्रखंड स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेंगे, जो कि राज्य के 533 प्रखंडों में आयोजित की जाएगी.

‘मशाल’ प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य राज्य में खेल संस्कृति को बढ़ावा देना, कम उम्र में प्रतिभा की पहचान करना और उन्हें उच्चस्तरीय प्रशिक्षण देकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के योग्य बनाना है.

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