सिडनी, चार जुलाई (भाषा) ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान खिलाड़ी इयान चैपल ने भारत के कार्यवाहक टेस्ट कप्तान के तौर पर जसप्रीत बुमराह की नियुक्ति को खेल की उनकी ‘रणनीतिक समझ’ के आधार पर एक ‘साहसी निर्णय’ करार दिया है।
उन्होंने कहा कि कप्तान के तौर पर बुमराह और इंग्लैंड के बेन स्टोक्स की जंग बर्मिंघम में जारी मनोरंजक मैच का आकर्षक पहलू है।
ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व कप्तान ने विभिन्न समकालीन अंतरराष्ट्रीय कप्तानों की तुलना करते हुए कहा कि कप्तान के रूप में स्टोक्स की सफलता किसी को आश्चर्यचकित नहीं करनी चाहिए क्योंकि वह गेंदबाजी को समझते हैं।
चैपल का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान के तौर पर पैट कमिंस और इंग्लैंड के स्टोक्स की सफलता ने बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) को बुमराह को कप्तान नियुक्त करने के लिए प्रेरित किया।
चैपल ने ‘ईएसपीएन क्रिकइन्फो’ के लिए अपने कॉलम में लिखा, ‘‘ भारत ने शायद कप्तान के तौर पर पैट कमिंस और स्टोक्स की सफलता का अनुकरण करते हुए मौजूदा टेस्ट के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को कप्तान नियुक्त किया। यह एक साहसी नियुक्ति है और बुमराह के लिए बहुत कुछ है।’’
उन्होंने बर्मिंघम में भारत-इंग्लैंड टेस्ट का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘ स्टोक्स के साथ उनकी (बुमराह) नेतृत्व की जंग इस मनोरंजक मैच का आकर्षक पहलू है।’’
चैपल कप्तान के तौर पर स्टोक्स की नियुक्ति से प्रभावित है।
उन्होंने लिखा, ‘‘कप्तान के रूप में बेन स्टोक्स की सफलता से किसी को चौंकना नहीं चाहिए। वह एक ऑलराउंडर है जो गेंदबाजी को समझता है। मैदान पर उनकी प्राथमिकता विकेट लेना है, और एक बल्लेबाज के रूप में जो रूट की कमाल की सफलता के बावजूद, स्टोक्स मैदान पर इंग्लैंड के सबसे प्रेरणादायक खिलाड़ी हैं।’’
उन्होंने इसके बाद कमिंस की सफलता का राज बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘स्टोक्स की तरह ही किसी को भी कमिंस की सफलता से आश्चर्यचकित नहीं होना चाहिए। वह विविधता से भरे गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व कर रहे है, जिसमें बहुत अच्छे गेंदबाज हैं। वह बुद्धिमानी से उनका उपयोग करते हैं। उसके पास नाथन लियोन जैसा बहुत ही अनुभवी स्पिनर भी है।’’
भाषा आनन्द मोना
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