जोहानिसबर्ग, तीन मई (भाषा) दुनिया के शीर्ष तेज गेंदबाजों में शामिल कागिसो रबाडा ने शनिवार को चौंकाने वाला खुलासा किया कि उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का मौजूदा सत्र इसलिए छोड़ दिया क्योंकि वह ‘मौज-मस्ती के लिए नशे‘में इस्तेमाल होने वाले प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन के कारण वह अस्थायी निलंबन झेल रहे हैं।
दक्षिण अफ्रीका के इस तेज गेंदबाज ने पिछले महीने गुजरात टाइटंस के लिए दो मैच खेलने के बाद निजी कारणों का हवाला देते हुए आईपीएल छोड़ दिया था। गुजरात टाइटंस ने आईपीएल की नीलामी में रबाडा के लिए 10.75 करोड़ रुपये खर्च किये थे।
रबाडा इस महीने के आखिर में 30 साल के हो जायेंगे। उन्होंने ‘दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एसएसीए)’ के माध्यम से एक बयान जारी किया।
रबाडा ने इस बयान में अपनी गलती के लिए माफी मांगते हुए कहा, ‘‘ जैसा की खबरों में बताया गया है कि मैं निजी कारणों से आईपीएल में भाग लेने के बाद दक्षिण अफ्रीका लौटा हूं। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि जांच में ऐसे प्रतिबंधित पदार्थ की पुष्टि हुई है जिसका इस्तेमाल नशे में मौज मस्ती के लिए किया जाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं अस्थाई तौर पर निलंबन झेल रहा हूं और अपने पसंदीदा खेल में जल्द वापसी के लिए उत्सुक हूं ।’’
इस बयान में हालांकि यह नहीं बताया गया कि उनके नमूने में किस पदार्थ की पुष्टि हुई है।
सीएसए (क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका) सूत्रों से पता चला है कि रबाडा की जनवरी-फरवरी में एसए20 लीग के दौरान जांच की गई थी। वह उस लीग में एमआई केपटाउन के लिए खेलते हैं।
इस घटनाक्रम ने जून में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में रबाडा की संभावित भागीदारी को संदेह के घेरे में ला दिया है।
विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के नियमों के अनुसार मौज मस्ती के लिए नशे में इस्तेमाल वाले पदार्थ के उपयोग के लिए सजा की अवधी तीन महीने से लेकर चार साल तक हो सकती है।
कोकीन, हेरोइन, एमडीएमए और कैनबिस जैसे पदार्थ ‘दुरुपयोग के पदार्थों’ की श्रेणी में आते हैं। वाडा मानता है कि इस तरह के पदार्थ अगर खेल प्रदर्शन से जुड़े नहीं है तो उसे प्रतियोगिताओं से बाहर का इस्तेमाल माना जायेगा।
ऐसे पदार्थों के उपयोग पर अधिकतम चार साल का प्रतिबंध है। कोई खिलाड़ी अगर यह साबित कर देता है कि इसका उपयोग प्रतियोगिता से बाहर हुआ है और यह प्रदर्शन को बढ़ाने से संबंधित नहीं है, तो प्रतिबंध को तीन महीने तक कम किया जा सकता है।
खिलाड़ी अगर ‘दक्षिण अफ्रीकी डोपिंग निरोधक’ निकाय द्वारा अनुमोदित उपचार कार्यक्रम से जुड़ने को तैयार है तो उसके प्रतिबंध को दो महीने तक कम किया जा सकता है।’’
इस तरह के पदार्थ अगर प्रतियोगिता के दौरान लिये गये है और खिलाड़ी यह साबित कर देता है कि उसका उपयोग प्रदर्शन से संबंधित नहीं था, तो दो वर्ष का प्रतिबंध लगाया जाता है और इस उल्लंघन को गैर-इरादतन माना जाता है।
रबाडा ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 70 टेस्ट सहित 241 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।
उन्होंने इस संकट की घड़ी में उनके साथ खड़े रहने के लिए अपने देश के क्रिकेट बोर्ड और आईपीएल टीम गुजरात टाइटंस को धन्यवाद दिया।
रबाडा ने कहा, ‘‘मैं अकेले इस स्थिति का सामना नहीं कर सकता था। मैं अपने प्रतिनिधि, सीएसए और गुजरात टाइटंस को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं एसएसीए और अपनी कानूनी टीम को उनके मार्गदर्शन और परामर्श के लिए भी धन्यवाद देना चाहता हूं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं अपने दोस्तों और परिवार को उनकी समझ और प्यार के लिए शुक्रिया कहना चाहता हूं।’’
रबाडा का मानना है कि यह एक घटना उनकी जिंदगी की पहचान नहीं बनेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह घटना मेरी पहचान नहीं बनेगी। मैं वही करता रहूंगा जो मैंने हमेशा किया है, लगातार कड़ी मेहनत करता रहूंगा और अपने खेल के प्रति जुनून और समर्पण के साथ खेलता रहूंगा।’’
भाषा आनन्द मोना
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