नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर की तूफानी गेंद ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में प्रियांश आर्य के ऑफ स्टंप उखाड़ दिए थे लेकिन मुख्य कोच रिकी पोंटिंग और कप्तान श्रेयस अय्यर की सलाह की बदौलत 24 वर्षीय खिलाड़ी का आत्मविश्वास डगमगाया नहीं।
राजस्थान रॉयल्स के आर्चर की लेंथ गेंद ने लगातार दूसरी बार प्रियांश के ऑफ स्टंप उखाड़ दिए थे। अगर अय्यर और पोंटिंग के साथ प्रियांश ने खुलकर बातचीत नहीं की होती तो इस तरह आउट होने के तरीके ने दिल्ली के इस सलामी बल्लेबाज का आत्मविश्वास कम कर दिया होता।
पर अय्यर और पोंटिंग के आत्मविश्वास बढ़ाने का नतीजा चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 39 गेंद में शतक के रूप में सामने आया। इस पारी ने दिल्ली के इस खिलाड़ी को तुरंत स्टार बना दिया।
प्रियांश ने चुनिंदा पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘रिकी सर ने मुझे यह कहकर आत्मविश्वास बढ़ाया कि कोई भी पहली गेंद पर आउट हो सकता है। उन्होंने मुझसे कहा कि अगर आपको वही गेंद मिले तो उसे पार्क के बाहर मारो। ’’
प्रियांश ने अगले मैच में पहली गेंद को पार्क के बाहर मारा था, हालांकि सीएसके के तेज गेंदबाज खलील अहमद की गेंद की लाइन एवं लेंथ अलग थी।
पिछले साल स्थानीय दिल्ली लीग में छह गेंद में छह छक्के लगाकर सुर्खियों में आने वाले प्रियांश ने कहा, ‘‘रिकी सर हमेशा मुझे अपने पुल शॉट को बेहतर बनाने के लिए कहते रहते हैं। तकनीकी पहलू पर उनके साथ काम नहीं किया है, हम केवल मानसिकता के बारे में बात करते हैं। ’’
पंजाब किंग्स में अपने पहले सत्र में अय्यर ने कप्तान और खिलाड़ी दोनों के रूप में आत्मविश्वास के साथ नेतृत्व किया जिसका असर प्रियांश जैसे युवाओं पर भी पड़ा है।
आर्चर की गेंद पर आउट होने के बाद प्रियांश के साथ बातचीत भी उतनी ही उत्साहवर्धक रही। प्रियांश ने कहा, ‘‘सीएसके मैच से पहले नेट्स में श्रेयस भाई ने मुझे कहा था कि गेंद देखने के बाद पहले जो विचार आये, उसके अनुसार खेलो। सत्र से पहले भी उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं सभी 14 मैच खेलूंगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘श्रेयस और रिकी सर दोनों ने पहली गेंद पर आउट होने के बाद कभी भी कुछ भी नकारात्मक नहीं कहा। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है। ’’
भाषा
नमिता
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