दुबई, 27 फरवरी (भाषा) पैरा तीरंदाज पूजा जातयान रविवार को यहां पैरा विश्व चैम्पियनशिप के व्यक्तिगत वर्ग के फाइनल में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनकर इतिहास रचने में कामयाब रहीं।
पूजा को फाइनल में इटली की पैट्रिली विंसेंजा से हार का सामना करना पड़ा जिससे उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
चौबीस साल की इस पैरा तीरंदाज की निगाहें सीनियर स्तर पर पहली महिला तीरंदाज विश्व चैम्पियन बनने पर लगी थीं लेकिन गुरुग्राम की यह खिलाड़ी फाइनल में तोक्यो पैरालंपिक रजत पदक विजेता की चुनौती पार नहीं कर सकी और 3-7 (24-24, 23-21, 26-28, 24-26, 25-27) से हार गयीं।
उन्होंने ब्रिटेन की हेजल चेस्टी से 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 6-2 से जीत हासिल कर फाइनल में प्रवेश किया था।
भारत ने इस तरह विश्व तीरंदाजी पैरा चैम्पियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर अभियान दो रजत पदक से समाप्त किया।
पूजा और उनके ही समान नाम की सीनियर साथी पूजा खन्ना टीम कांस्य पदक के लिये मंगोलिया की प्रतिद्वंद्वियों के सामने थीं लेकिन उन्हें 1-5 से हार का सामना करना पड़ा।
श्याम सुंदर स्वामी और ज्योति बालियान की कम्पाउंड मिश्रित जोड़ी ने इससे पहले रजत पदक जीतकर भारत का खाता खोला था जो देश का विश्व तीरंदाजी पैरा चैम्पियनशिप में पहला पदक भी था।
चौथी वरीय के तौर पर क्वालीफाई करने वाली पूजा ने अपना अभियान पूजा खन्ना को 7-1 से हराकर शुरू किया था।
क्वार्टरफाइनल में उन्हें श्वेतलाना बारांतसेवा से कड़ी चुनौती मिली लेकिन वह 6-4 से जीत दर्ज करने में सफल रहीं।
भाषा नमिता आनन्द
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