तिरुवनंतपुरम, 28 फरवरी (भाषा) राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक लंबी कूद के खिलाड़ी एम श्रीशंकर तोक्यो ओलंपिक के निराशाजनक प्रदर्शन को पीछे छोड़ते हुए मंगलवार को यहां पहली बार हो रही राष्ट्रीय ओपन कूद प्रतियोगिता से खेलों में वापसी पर ध्यान देंगे।
केरल के 22 साल के खिलाड़ी ने तोक्यो में अपने क्वालिफिकेशन ग्रुप में 7.69 मीटर के खराब प्रयास के साथ 13वां स्थान हासिल किया था।। यह पिछले साल के उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 8.26 मीटर से बहुत कम था।
इस निराशाजनक प्रदर्शन के कारण भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने उनके पिता एस मुरली को उनके कोच पद से बर्खास्त कर दिया था।
ओलंपिक खेलों से ठीक पहले फिटनेस ट्रायल में खराब प्रदर्शन के बाद श्रीशंकर खेलों से बाहर होने के कगार पर थे। उनके पिता द्वारा हालांकि लिखित आश्वासन देने के बाद एएफआई ने उन्हें मंजूरी दे दी थी लेकिन श्रीशंकर क्वालीफिकेशन हासिल नहीं कर सके।
वह इस बुरे अनुभव को पीछे छोड़कर नये सत्र को आत्मविश्वास के साथ शुरू करना चाहेंगे क्योंकि इस साल विश्व चैम्पियनशिप, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों जैसी अहम प्रतियोगिताओं का आयोजन होना है।
सत्र की शुरुआत में विशेष कर कूद वाले इस प्रतियोगिता के आठ स्पर्धाओं में 75 एथलीट भाग लेंगे जिसमें 29 महिला खिलाड़ी शामिल हैं।
केरल टीम के साथी मोहम्मद अनस याहिया के साथ श्रीशंकर का करीबी मुकाबला होगा तो वहीं युगांत शेखर सिंह इसे त्रिकोणीय मुकाबला बनाने के लिए बेताब होंगे।।
कई एथलीट आगामी सत्र की बड़ी प्रतियोगिताओं के लिए इस मीट का इस्तेमाल अभ्यास के लिए करेंगे।
पुरुषों की त्रिकूद में भी करीबी मुकाबला होने की उम्मीद है। जहां 2018 एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अरपिंदर सिंह को अब्दुल्ला अबूबकर, कार्तिक उन्नीकृष्णन, एल्डोस पॉल और गैली वेनिस्टर देवसहायम से कड़ी टक्कर मिलेगी।
सैंड्रा बाबू और एंसी सोजन, पिछले सत्र में शीर्ष पांच महिला लंबी कूद खिलाड़ियों में शामिल थी और यहां उनके बीच श्रेष्ठता हासिल करने के लिए कड़ी टक्कर होगी। नयना जेम्स अगस्त 2019 के बाद अपनी पहली प्रतियोगिता में लौटने के लिए तैयार हैं।
जेम्स एकमात्र महिला खिलाड़ी है जिनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 6.50 मीटर से अधिक है।
भाषा आनन्द पंत
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