नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) लंबी दूरी के धावक हेमराज गुर्जर और अंजलि कुमारी पर नाडा (राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी) की डोपिंग रोधी अनुशासनात्मक पैनल (एडीडीपी) ने पिछले साल डोप परीक्षण में विफल होने के बाद क्रमश: चार और छह साल का प्रतिबंध लगाया है।
पच्चीस साल के गुर्जर ने 2023 राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय चैंपियनशिप में 5000 मीटर कांस्य के अलावा 2023 और 2024 में राष्ट्रीय क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। उनके प्रतिबंध का समय 20 अप्रैल से शुरू हुआ ।
गुर्जर ने पिछले साल विश्व एथलेटिक्स क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप में भी देश का प्रतिनिधित्व किया था। पिछले साल उनके डोप नमूने में प्रतिबंधित पदार्थ डार्बेपोएटिन (डीईपीओ) पाए जाने के बाद राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा उन्हें अस्थायी तौर पर निलंबित किया गया था ।
नाडा की वेबसाइट पर नवीनतम जानकारी के अनुसार अंजलि की छह साल की प्रतिबंध अवधि 31 मार्च से शुरू होती है। इसमें हालांकि अधिक विवरण नहीं दिया गया है। उन्होंने पिछले साल विश्व एथलेटिक्स क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप में भी देश का प्रतिनिधित्व किया था।
कबड्डी खिलाड़ी मनीष गुलिया, पहलवान ओमकार शंकर चौगले और दिव्या काकरान, मुक्केबाज थोकचोम यासाना चानू और तैराक विशाल ग्रेवाल को नाडा की एडीडीपी ने चार साल का प्रतिबंध लगाया है। पावरलिफ्टर अमिता देवी कोटवोल और एक नाबालिग ट्रैक एवं फील्ड एथलीट पर छह साल का प्रतिबंध लगाया गया है। इन मामलों के विवरण हालांकि नहीं दिये गये हैं।
मुक्केबाज आयुष राय और 19 वर्षीय मिष्ठी काजला पर दो-दो साल का प्रतिबंध लगाया गया है। एक अन्य नाबालिग मुक्केबाज पर भी चार साल का प्रतिबंध लगाया गया है।
काजला ने 2024 फेडरेशन कप अंडर 20 चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था।
भाषा आनन्द मोना
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