नयी दिल्ली, एक दिसंबर (भाषा) एशियाई जूनियर चैम्पियन निशा (52 किग्रा) और आकांक्षा (70 किग्रा) ने अर्मेनिया के येरेवान में चल रही आईबीए जूनियर विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनायी जिससे आठ भारतीयों ने पदक पक्के कर लिये।
भारत की लड़कियों ने दबदबे भरा प्रदर्शन दिखाया जिससे दिन में रिंग में उतरी सभी पांच मुक्केबाजों ने अपने मुकाबले जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनायी।
आकांक्षा ने उज्बेकिस्तान की कुरबोनबोएवा रेहोना को 4-1 के विभाजित फैसले में मात दी।
निशा ने आयरलैंड की ग्रेस कॉनवे को 5-0 के सर्वसम्मत फैसले में शिकस्त दी।
श्रुष्ठि ने 63 किग्राा वजन वर्ग के दूसरे राउंड में रूस की मारिया काजाओवा पर रैफरी के द्वारा मुकाबला रोकने (आरएससी) से जीत हासिल की।
कृतिका (75 किग्रा) ने मेक्सिको की मेलेंडेज सांचेज को पहले राउंड में आरएससी से हराया।
विन्नी (57 किग्रा) ने त्रिनिदाद एवं टोबैगो की नुनेज नाईओमी के वॉकओवर से सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
लड़कों के वर्ग में नतीजे मिले जुले रहे जिसमें पांच में से तीन मुक्केबाजों ने अंतिम चार में जगह बनायी।
हेमंत सांगवान (80 किग्रा से अधिक) और सिकंदर (48 किग्रा) ने क्रमश: बुल्गारिया के बाचेवस्की रोसेलिन को और किग्रिस्तान के उर्मानोव रामजिदिन को 5-0 के समान अंतर से पराजित किया।
वहीं 75 किग्रा के क्वार्टरफाइनल में साहिल ने उज्बेकिस्तान के रूसलन इसानोव के खिलाफ 3-2 के विभाजित फैसले में जीत हासिल की।
एम कबीराज सिंह (63 किग्रा) और राहुल कुंडु (70 किग्रा) को क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।
इन आठ और पदक से भारत के कुल पदकों की संख्या 17 हो गयी है। मेघा (80 किग्रा) ने पहले दो दौर में बाई मिलने से पदक पक्का किया।
भाषा नमिता आनन्द
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