पुणे, 20 जनवरी (भाषा) कई स्टार खिलाड़ियों की मौजदूगी वाली दो बार की गत चैंपियन जापान की टीम शुक्रवार को यहां एएफसी महिला एशियाई कप में खिताब की रक्षा के अपने अभियान की शुरुआत म्यांमार के खिलाफ करेगी।
दुनिया की 13वें नंबर की टीम जापान को स्टार स्ट्राइकर माना इवाबुची की कमी खलेगी जो कोविड-19 संक्रमित पाई गई हैं। इवाबुची की गैरमौजूदगी के बावजूद जापान के पास कई स्तरीय खिलाड़ी मौजूद हैं और टीम को शिव छत्रपति खेल परिसर में ग्रुप सी मुकाबले में दुनिया की 47वें नंबर की टीम म्यांमार के खिलाफ परेशानी नहीं होनी चाहिए।
फीफा विश्व कप 2011 के उप विजेता जापान की टीम में छह ऐसी खिलाड़ी हैं जो यूरोप की शीर्ष पेशेवर लीग में खेलती है जिनमें इवाबुची के अलावा अनुभवी कप्तान और बायर्न म्यूनिख की डिफेंडर साकी कुमागाई भी शामिल हैं जो 120 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेल चुकी हैं।
इवाबुची को मंगलवार को भारत पहुंचने पर कोविड-19 संक्रमित पाया गया था। वह शुक्रवार के मुकाबले के अलावा कुछ और मैच में नहीं खेल पाएंगी। आर्सेनल की यह स्ट्राइकर ब्रिटेन से अकेले भारत पहुंची थी।
खिताब की रक्षा के अभियान में दबाव जापन पर होगा लेकिन मुख्य कोच फुतोशी इकेदा को भरोसा है कि उनकी टीम अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफल रहेगी।
इकेदा ने गुरुवार को मैच पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘हमारी टीम गत चैंपियन है लेकिन यह नई चुनौती है और हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं खिलाड़ियों को इस तरह तैयार करना चाहती हूं कि मैदान पर उनका आत्मविश्वास झलके। टीम की सदस्यों को एकजुट करना और लक्ष्य हासिल करने की क्षमता दिखाना महत्वपूर्ण है।’’
इकेदा ने तोक्यो ओलंपिक के बाद असाको ताकाकुरा की जगह ली है। एशियाई कप टीम के साथ उनका पहला आधिकारिक टूर्नामेंट होगा लेकिन वह महिला राष्ट्रीय टीम से अच्छी तरह वाकिफ हैं क्योंक अंडर-17 और अंडर-20 टीम की अगुआई कर चुकी हैं।
जापान ने 2010 एशियाई कप में म्यांमार को 8-0 से हराया था लेकिन इकेदा इस दक्षिण एशियाई टीम के खिलाफ कोई जोखिम नहीं लेना चाहती।
म्यांमार की तैयारियां कोविड-19 महामारी से प्रभावित रही हैं जिसके कारण टीम यात्रा नहीं कर सकती और मुकाबले नहीं खेल सकी।
मुख्य कोच टिन मिंग आंग ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच या विदेशों में मैच नहीं खेल पाए और कोविड के कारण यात्रा नहीं कर पाए। पिछले दो महीने में एक दूसरे के खिलाफ खेल रहे थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जापान की टीम विश्व स्तरीय है और उसके पास कई स्तरीय खिलाड़ी हैं। हमने उनका विश्लेषण किया है और उसी के अनुसार तैयारी की है। हम उनके स्तर पर प्रतिस्पर्धा पेश करने का प्रयास करेंगे और मैंने अपनी खिलाड़ियों को कहा है कि अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम हमारे या जीतें।’’
इसी स्थल पर ग्रुप सी के एक अन्य मैच में कोरिया का सामना वियतनाम से होगा।
कोरिया की टीम 1991 से टूर्नामेंट के प्रत्येक सत्र में जगह बनाने में सफल रही है लेकिन कभी खिताब नहीं जीत पाई। इस दौरान 2003 में तीसरा स्थान उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
वियतनाम की टीम भी 1999 से हर बार इस टूर्नामेंट का हिस्सा रही है।
भाषा सुधीर नमिता
नमिता
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