बेंगलुरू, 12 मार्च (भाषा) बल्लेबाजी के लिए मुश्किल पिच पर श्रेयस अय्यर के बड़े अर्धशतक के बाद जसप्रीत बुमराह की धारदार गेंदबाजी से भारत ने 252 रन बनाने के बाद श्रीलंका का स्कोर छह विकेट पर 86 रन करके दिन-रात के दूसरे क्रिकेट के पहले दिन अपना पलड़ा भारी रखा।
मैच के पहले दिन 16 विकेट गिरे जो दिन-रात्रि के टेस्ट में एक दिन में सर्वाधिक विकेट गिरने का नया रिकॉर्ड है।
भारतीय बल्लेबाजों को जहां श्रीलंका के स्पिनरों की टर्न और असमान उछाल लेती गेंदों ने परेशान किया तो वहीं मेहमान टीम के बल्लेबाजों को मेजबान टीम के तेज गेंदबाजों ने मुश्किल में डाला।
जसप्रीत बुमराह (15 रन पर तीन विकेट) और मोहम्मद शमी (18 रन पर दो विकेट) की तेज गेंदबाजी जोड़ी ने मौजूदा दौरे पर मेहमान टीम की मुसीबतों को बरकरार रखा जबकि बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल (21 रन एक विकेट) ने भी एक विकेट चटकाया। दिन का खेल खत्म होने पर निरोशन डिकवेला 13 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि लसिथ एंबुलदेनिया ने अभी खाता नहीं खोला है।
श्रीलंका की टीम अब भी 166 रन से पिछड़ रही है जबकि उसके सिर्फ चार विकेट बचे हैं।
श्रीलंका की हालात और खराब होती लेकिन बुमराह के दिन के अंतिम ओवर में एंबुलदेनिया के खिलाफ पगबाधा की अपील पर भारत ने डीआरएस नहीं लिया और रीप्ले में दिखा कि गेंद लेग स्टंप से टकराती।
इससे पहले अय्यर ने 98 गेंद में 10 चौकों और चार छक्कों से 92 रन की बेहतरीन पारी खेली। ऋषभ पंत (39) और हनुमा विहारी (31) ने भी उपयोगी पारियां खेली।
बाएं हाथ के स्पिनरों प्रवीण जयविक्रम (81 रन पर तीन विकेट) और एंबुलदेनिया (94 रन पर तीन विकेट) के अलावा आफ स्पिनर धनंजय डिसिल्वा (32 रन पर दो विकेट) ने भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। मेजबान टीम की पारी 59.1 ओवर में सिमट गई। श्रीलंका के गेंदबाजों ने बीच-बीच में दिशाहीन गेंदबाजी भी और क्षेत्ररक्षकों ने कैच भी टपकाए।
भारत के बाद श्रीलंका की शुरुआत भी खराब रही। टीम ने तीसरे ओवर में ही कुसाल मेंडिस (02) का विकेट गंवाया जिनका तीसरी स्लिप में अय्यर ने नीचा कैच पकड़ा।
लाहिरू तिरिमाने (08) ने बुमराह पर लगातार दो चौके मारे लेकिन इस तेज गेंदबाज के अगले ओवर में स्लिप में अय्यर को कैच थमा बैठे।
शमी ने अपनी पहली ही गेंद पर दिमुथ करूणारत्ने (04) को बोल्ड किया और फिर डिसिल्वा (10) को पगबाधा करके श्रीलंका का स्कोर चार विकेट पर 28 रन किया।
एंजेलो मैथ्यूज (43) ने शमी पर दो चौकों के साथ दबाव कम करने की कोशिश की और फिर अक्षर का स्वागत छक्के के साथ किया लेकिन इस स्पिनर ने असालंका को रविचंद्रन अश्विन के हाथों कैच कराके श्रीलंका को पांचवां झटका दिया।
मैथ्यूज और डिकवेला ने छठे विकेट के लिए 35 रन जोड़कर पारी को संभालने का प्रयास किया लेकिन बुमराह ने गेंदबाजी में वापसी करते हुए मैथ्यूज को स्लिप में कप्तान रोहित शर्मा के हाथों कैच करा दिया।
इससे पहले एम चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच पर बिलकुल भी घास नजर नहीं आ रही और भारत ने उम्मीद के मुताबिक टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम ने 29 रन तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों मयंक अग्रवाल (04) और रोहित (15) के विकेट गंवा दिए।
तेज गेंदबाज विश्व फर्नांडो ने अग्रवाल के खिलाफ पगबाधा की विश्वसनीय अपील की लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया। अग्रवाल इसके बाद रन के लिए भागे लेकिन रोहित दो कदम आगे बढ़ने के बाद वापस लौट गए और अग्रवाल रन आउट हो गए। यह गेंद नोबॉल भी निकली।
रोहित को एंबुलदेनिया ने दूसरी स्लिप में डिसिल्वा के हाथों कैच करा दिया।
विहारी को जयविक्रम की गेंद पर अंपायर ने पगबाधा आउट दिया लेकिन डीआरएस लेने पर वह बच गए। वह हालांकि अपने स्कोर में इजाफा किए बगैर इसी स्पिनर की गेंद पर विकेटकीपर को कैच दे बैठे।
विराट कोहली (23) का टेस्ट शतक का दो साल से अधिक का इंतजार जारी रहा और वह डिसिल्वा की नीची गेंद को पूरी तरह से चूककर पगबाधा हुए।
सुरंगा लकमल ने बाउंड्री के समीप पंत का कैच टपकाया। वह इस समय चार रन बनाकर खेल रहे थे।
पंत ने चाय के बाद डिसिल्वा के ओवर में दो चौकों के साथ भारत का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया।
श्रीलंका के कप्तान करूणारत्ने ने इसके बाद एक बार फिर एंबुलदेनिया को गेंद थमाई जिन्होंने खतरनाक दिख रहे पंत को बोल्ड करके भारत को पांचवां झटका दिया। पंत ने सिर्फ 26 गेंद में सात चौकों की मदद से 39 रन बनाए।
रविंद्र जडेजा भी सिर्फ चार रन बनाने के बाद एंबुलदेनिया की उछाल और टर्न लेती गेंद पर स्लिप में तिरिमाने को आसान कैच दे बैठे।
अय्यर ने इस बीच आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी की। उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे एंबुलदेनिया पर तीन चौके मारे।
अय्यर और अश्विन (13) ने सातवें विकेट के लिए 35 रन जोड़े जिसके बाद डिसिल्वा ने अश्विन को विकेटकीपर के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा।
अय्यर ने डिसिल्वा पर दो छक्कों के साथ सिर्फ 54 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जबकि अक्षर ने भी अपनी तीसरी ही गेंद पर एंबुलदेनिया पर छक्का जड़कर 49वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया।
एंबुलदेनिया के इसी ओवर में अय्यर भाग्यशाली रहे जब मिडविकेट पर असालंका ने उनका कैच टपका दिया और उन्होंने इसका फायदा उठाकर अगली गेंद पर चौका जड़ दिया।
अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे तेज गेंदबाज लकमल (12 रन पर एक विकेट) की गेंद को विकेटों पर खेलकर अक्षर (09) पवेलियन लौटे।
शमी (05) को आते ही स्लिप में एंबुलदेनिया की गेंद पर जीवनदान मिला लेकिन वह जयविक्रम की गेंद को हवा में लहराकर डिसिल्वा को कैच दे बैठे।
अय्यर का 82 रन के निजी स्कोर पर जयविक्रम की गेंद पर बाउंड्री पर कुसाल मेंडिस ने कैच टपकाया। अय्यर ने एंबुलदेनिया पर छक्का जड़ा लेकिन जयविक्रम की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में स्टंप हो गए जिससे भारतीय पारी का अंत हुआ।
भाषा सुधीर
सुधीर
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.