नयी दिल्ली, 27 नवंबर (भाषा) निशानेबाजी और बैडमिंटन की विश्व संचालन संस्था भारत को 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी मिलने से काफी खुश हैं और उनका मानना है कि इससे इन दोनों खेलों के अब फिर से शामिल होने का मौका बढ़ गया है जिन्हें 2026 चरण से हटा दिया गया था।
अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज खेल महासंघ (आईएसएसएफ) और बैडमिंटन विश्व महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने बुधवार को राष्ट्रमंडल खेल आमसभा द्वारा अहमदाबाद को 2030 खेलों की मेजबानी सौंपने के सर्वसम्मत फैसले का स्वागत किया।
इन 2030 राष्ट्रमंडल खेलों में 15 से 17 खेल शामिल होंगे जो काफी अधिक हैं क्योंकि ग्लासगो में आयोजित 2026 चरण में लागत कम करने के लिए इन्हें 10 खेलों तक सीमित कर दिया गया था जिनमें निशानेबाजी और बैडमिंटन को हटा दिया गया था।
आईएसएसएफ ने कहा, ‘‘2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए भारत के अहमदाबाद को मंजूरी मिलना खेल के कार्यक्रम में हमारी वापसी के लिए मजबूत आधार प्रदान करता है। ’’
बीडब्ल्यूएफ ने भी बयान जारी कर कहा, ‘‘भारत के 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी किए जाने से राष्ट्रमंडल खेल को दुनिया के सबसे अधिक बैडमिंटन बाजार में से एक का लाभ उठाने का मौका मिलेगा। ’’
2030 राष्ट्रमंडल खेलों में आठ खेलों एथलेटिक्स और पैरा एथलेटिक्स, तैराकी और पैरा तैराकी, टेबल टेनिस और पैरा टेबल टेनिस, लॉन बॉल्स और पैरा बॉल्स, भारोत्तोलन और पैरा पावरलिफ्टिंग, कलात्मक जिम्नास्टिक्स, नेटबॉल और मुक्केबाजी की पुष्टि हुई है।
वहीं विचाराधीन खेलों में तीरंदाजी, बैडमिंटन, 3×3 बास्केटबॉल और 3×3 व्हीलचेयर बास्केटबॉल, बीच वॉलीबॉल, टी20 क्रिकेट, साइकिलिंग, गोताखोरी, हॉकी, जूडो, लयबद्ध जिम्नास्टिक्स, रग्बी सेवंस, निशानेबाजी, स्क्वाश, ट्रायथलॉन और पैरा ट्रायथलॉन तथा कुश्ती शामिल हैं।
पर कार्यक्रम को अंतिम रूप अगले वर्ष दिया जाएगा और इसमें कम से कम सात और खेल जोड़े जाएंगे।
आईएसएसएफ ने कहा, ‘‘हमें भारत के निशानेबाजी खेल के प्रति जुनून से प्रोत्साहन मिलता है। 2024 राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप में रिकॉर्ड 13,522 निशानेबाजों ने भाग लिया, जो इस खेल की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है। ’’
वहीं बीडबल्यूएफ ने बैडमिंटन के राष्ट्रमंडल खेलों से ‘लंबे और गौरवशाली इतिहास’ का हवाला देते हुए अपनी बात रखते हुए कहा, ‘‘बैडमिंटन भारत का प्रमुख रैकेट खेल है और लोकप्रियता में (क्रिकेट और फुटबॉल के बाद) तीसरे स्थान पर है। भारत की 43 प्रतिशत जनसंख्या बैडमिंटन को समर्थन देती है और 32 प्रतिशत लोग सक्रिय रूप से इसमें भाग लेते हैं। ’’
पेरिस 2024 में बैडमिंटन भारत में सबसे अधिक देखा जाने वाला खेल था जिसने 21 प्रतिशत दर्शकों को आकर्षित किया। भारत पैरा बैडमिंटन में भी वैश्विक रूप से शीर्ष पर है जिससे बैडमिंटन और पैरा बैडमिंटन को खेल कार्यक्रम में शामिल करने का उपयुक्त अवसर मिलता है। ’’
भाषा नमिता मोना
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