नयी दिल्ली, दो नवंबर (भाषा) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने आईलीग ट्रॉफी इंटर काशी को सौंपने के अपने फैसले का बचाव करते हुए रविवार को कहा कि उसने ऐसा उचित कानूनी परामर्श और लुसाने स्थित खेल पंचाट (सीएएस) तथा स्विस फेडरल ट्रिब्यूनल द्वारा दिए गए फैसलों के अनुसार किया।
एआईएफएफ ने शनिवार को गोवा में चल रहे सुपर कप के आयोजन स्थलों में से एक बम्बोलिम में इंटर काशी को आईलीग ट्रॉफी की प्रतिकृति भेंट की। इससे छह महीने पहले यह ट्रॉफी चर्चिल ब्रदर्स को सौंपी गई थी, लेकिन खेल पंचाट ने इंटर काशी को असली चैंपियन घोषित किया।
राष्ट्रीय महासंघ ने शनिवार को चर्चिल ब्रदर्स के इस दावे को खारिज कर दिया कि आई-लीग चैंपियन पर खेल पंचाट ने अभी तक अंतिम आदेश नहीं दिया है और गोवा का क्लब इसका इंतजार कर रहा है।
एआईएफएफ ने रविवार को एक बयान में कहा, ‘‘अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ यह स्पष्ट करना चाहता है कि महासंघ ने सभी फैसले संचालन संबंधी निर्देशों के अनुसार और उचित कानूनी परामर्श के बाद लिए गए हैं।‘‘
चर्चिल ब्रदर्स द्वारा उठाए गए मुद्दों के संबंध में, एआईएफएफ ने कहा, ‘‘सीएएस द्वारा 17 जून और 18 जून, 2025 को दिए गए फैसले के अनुसार, इंटर काशी को आई-लीग 2024-25 का विजेता घोषित किया गया। ’’
राष्ट्रीय महासंघ ने कहा, ‘‘इसके अलावा स्विस फेडरल ट्रिब्यूनल ने 29 जुलाई 2025 को कहा था कि वह खेल पंचाट के फैसले को रद्द नहीं कर सकता है। खेल पंचाट का फैसला अभी बरकरार है और फेडरल ट्रिब्यूनल ने चर्चिल ब्रदर्स के फैसले पर रोक लगाने के अनुरोध को खारिज कर दिया है।’’
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पंत नमिता
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