(भरत शर्मा)
बर्मिंघम, दो अगस्त (भाषा) हरमीत देसाई ने निर्णायक एकल मुकाबले में अपनी लय कायम रखते हुए जीत दर्ज की और भारतीय पुरूष टेबल टेनिस टीम ने मंगलवार को करीबी मुकाबले में सिंगापुर को हराकर राष्ट्रमंडल खेलों में अपना स्वर्ण बरकरार रखा ।
दुनिया के 121वें नंबर के खिलाड़ी हरमीत ने तीसरे एकल में 133वीं रैंकिंग वाले झे यू क्लारेंस चीयू को 11 . 8, 11 . 5, 11 . 6 से हराकर भारत की जीत सुनिश्चित की ।
राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में पुरूषों की टीम स्पर्धा में भारत का यह तीसरा स्वर्ण पदक है । मैनचेस्टर में 2002 में हुए खेलों में टेबल टेनिस को शामिल किये जाने के बाद भारत का यह सातवां पदक है ।
हरमीत और जी साथियान की जोड़ी ने योन इजाक क्वेक और यू इन कोएन पांग की जोड़ी को 13-11, 11-7, 11-5 से शिकस्त देकर भारत को शानदार शुरुआत दिलायी।
लेकिन दिग्गज शरत कमल अपनी लय को जारी नहीं रख सके। सेमीफाइनल में नाइजीरिया के विश्व रैंकिंग में 15वें स्थान पर काबिज खिलाड़ी अरूणा कादरी को हराने वाले शरत पुरुष एकल के पहले मैच में झे यू क्लारेंस चीयू हार गये। सिंगापुर के खिलाड़ी ने उन्हें 11 – 7 , 12 – 14, 11 – 3, 11 – 9 से हराया।
विश्व रैंकिंग में 35 वें स्थान पर काबिज जी साथियान ने इसके बाद पांग को 12-10, 7-11 , 11-7, 11-4 से हराकर मुकाबले में भारत की वापसी करायी।
हरमीत ने इसके बाद तीसरे एकल मुकाबले में चीयू को हराया ।
शरत का यह राष्ट्रमंडल खेलों में दसवां पदक है । वह एकल और युगल मुकाबले भी खेल रहे हैं ।
भाषा
मोना सुधीर
सुधीर
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