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Saturday, 20 September, 2025
होमखेलमंधाना की शानदार पारी के बावजूद भारत ने ऑस्ट्रेलिया से श्रृंखला गंवाई

मंधाना की शानदार पारी के बावजूद भारत ने ऑस्ट्रेलिया से श्रृंखला गंवाई

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(तस्वीरों के साथ)

नयी दिल्ली, 20 सितंबर (भाषा) स्मृति मंधाना (125 रन) की शानदार पारी बेथ मूनी (138 रन) के शतकीय पारी को नहीं पछाड़ सकी जिससे ऑस्ट्रेलिया ने शनिवार को यहां तीसरे और अंतिम महिला एकदिवसीय मैच में भारत को 43 रन से हराकर मेजबान टीम के खिलाफ अपनी 11वीं द्विपक्षीय श्रृंखला 2-1 से जीत ली।

मूनी की 79 गेंद की तूफानी पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 412 रन पर ऑलआउट होकर अपने रिकॉर्ड वनडे स्कोर की बराबरी की। यह भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा स्कोर भी था। इससे उसने पिछले साल ब्रिस्बेन में बनाए गए आठ विकेट पर 371 रन के स्कोर को पीछे छोड़ दिया।

इसके बाद भारत की शानदार बल्लेबाजी के सामने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने संयम बनाए रखा। मंधाना (63 गेंद में 125 रन) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (35 गेंद में 52 रन) के बीच 121 रन की साझेदारी के अलावा दीप्ति शर्मा (58 गेंद में 72 रन) की अंत में खेली गई आक्रामक पारी के बावजूद ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज भारत को 369 रन पर ऑल आउट करके श्रृंखला जीतने में सफल रहे।

अगर भारतीय टीम सफल हो जाती तो वह सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने का विश्व रिकॉर्ड तोड़ देती। यह रिकॉर्ड अभी श्रीलंका के नाम है जिसने 2024 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 302 रन का पीछा किया था।

पूरे मैच में दनादन बाउंड्री लगी जिसमें भारत ने 60 चौके और पांच छक्के खाए तो वहीं ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ 39 चौके और सात छक्के लगने दिए। यही निर्णायक साबित हुआ।

मंधाना ने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार फॉर्म जारी रखी और 50 गेंदों में शतक जड़ दिया जो वनडे में किसी भारतीय द्वारा बनाया गया सबसे तेज शतक है। इस तरह उन्होंने अपने ही 70 गेंद में शतक के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। वह महिला वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाली दूसरी खिलाड़ी भी बन गईं।

मंधाना ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज करेन रोल्टन के 2000-01 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाए गए 57 गेंद में बनाए गए रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।

ऑस्ट्रेलिया की पूर्व कप्तान मेग लैनिंग 2012-13 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 45 गेंद में शतक बनाया था जिससे वह सबसे तेज शतक बनाने वाली खिलाड़ियों की सूची में शीर्ष पर हैं।

हरमनप्रीत के साथ साझेदारी करते हुए मंधाना ने प्रति ओवर दस रन की रफ्तार से रन बनाए। मंधाना को 53 रन पर जीवनदान मिला। इनकी साझेदारी से ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण थोड़ा निराश था लेकिन कोटला के दर्शकों के लिए यह मनोरंजक प्रदर्शन था।

पर 20वें ओवर में खेल का रुख बदल गया जब मेडिकल ब्रेक लेने के बाद हरमनप्रीत अगली ही गेंद पर पगबाधा आउट हो गईं।

मंधाना ने डीप बैकवर्ड स्क्वायर पर एक ऊंचा शॉट खेला और वह आउट हो गईं।

इन दोनों के आउट होने के बाद दीप्ति ने पांच चौके और दो छक्के लगाकर अच्छा खेलना जारी रखा लेकिन लगातार विकेट गिरने के कारण भारत जीत से महरूम रह गया।

इससे पहले मूनी ने दिल्ली की गर्मी के बावजूद तेज तर्रार शतकीय पारी खेली जिससे ऑस्ट्रेलिया ने 412 रन बनाकर अपने रिकॉर्ड स्कोर की बराबरी की।

ऑस्ट्रेलिया ने 1997 में डेनमार्क के खिलाफ तीन विकेट पर 412 रन का स्कोर खड़ा किया था। ऑस्ट्रेलिया ने इस तरह भारत के खिलाफ अपना सबसे बड़ा स्कोर भी बनाया जो इससे पहले आठ विकेट पर 371 रन था।

मूनी ने 79 गेंद में 138 रन की शतकीय पारी खेलकर मध्यक्रम में जोश दिखाया तो वहीं टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी टीम के लिए युवा सलामी बल्लेबाज जॉर्जिया वोल (81 रन), एलिस पैरी (68 रन) और कप्तान एलिसा हीली (30 रन) ने शुरू में आक्रामक तेवर दिखाए।

कोटला की सपाट पिच पर भारत का गेंदबाजी आक्रमण बेबस नजर आया जिसने 60 चौकों और पांच छक्कों से 270 रन लुटा दिए। मेजबान टीम का क्षेत्ररक्षण एक बार फिर खराब रहा जिसमें टीम ने कैच टपकाए और कई मौके गंवाए।

श्रृंखला में अपनी पहली बड़ी पारी की तलाश में हीली ने पूरी ताकत झोंक दी और नयी गेंद से गेंदबाजी करनी वाली रेणुका ठाकुर और क्रांति गौड़ की गेंदों पर सात चौके जड़ दिए। हालांकि बाद में वह गौड़ का शिकार हुईं जिन्होंने उन्हें तीन मैच में इतनी ही बार आउट किया।

फिर वोल और पैरी ने 107 रन की साझेदारी करके टीम को मजबूती दी। दोनों ने भारत की अनिरंतर लेंथ का पूरा फायदा उठाया। लेकिन स्नेह राणा ने वोल को आउट करके टीम को सफलता दिलाई जो स्वीप करने के प्रयास में आउट हुईं।

लेकिन मूनी ने भारत को राहत नहीं लेने दी। बाएं हाथ की इस बल्लेबाज ने स्वीप और कट शॉट लगाए तथा स्पिनरों और तेज गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए 23 चौके और एक छक्का जड़कर अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।

भारत की अनुभवी ऑफ स्पिनर दीप्ति शर्मा ने 45वें ओवर में शानदार गेंदबाजी की जिसमें मूनी के रन आउट के साथ तीन विकेट गिरे।

भारत ने अंत में विकेट हासिल किए लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।

भाषा नमिता मोना

मोना

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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