नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) खेल मंत्री मनसुख मांडविया को भरोसा है कि कनाडा और नाइजीरिया के बोली लगाने में रुचि दिखाने के बावजूद भारत 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी का अधिकार हासिल कर लेगा।
कनाडा और नाइजीरिया दोनों ने 31 मार्च की समय सीमा पूरी होने से पहले मेजबानी में दिलचस्पी (ईओआई) की प्रस्तुति पेश की।
मांडविया ने कहा, ‘‘मुझे जानकारी मिली है कि कनाडा और नाइजीरिया ने रुचि दिखाई है, लेकिन हमें विश्वास है कि भारत को 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी मिलेगी। ’’
बढ़ती लागत के कारण ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया द्वारा राष्ट्रमंडल खेलों से हटने के बाद से ही इन खेलों को मेजबान देश मिलने में संघर्ष करना पड़ रहा है।
विक्टोरिया की जगह ग्लासगो अगले साल के टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए आगे आया जिसमें मुक्केबाजी, कुश्ती, हॉकी, क्रिकेट, बैडमिंटन और निशानेबाजी शामिल नहीं होंगे।
अगर भारत को 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी मिलती है तो यह खेल समुदाय को यह दिखाने की दिशा में अच्छा कदम होगा कि वह 2036 ओलंपिक की मेजबानी करने में सक्षम है।
मांडविया ने यह भी कहा कि इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के साथ सलाह मश्विरा जारी है और जून में नई आईओसी अध्यक्ष क्रिस्टी कोवेंट्री के कार्यभार संभालने के बाद भारत अपनी प्रस्तुति देने के लिए तैयार है।
इस बीच मांडविया ने कहा कि खेल मंत्रालय तीन विशेष सामाजिक पहल शुरू कर रहा है जिसमें इस देश के युवाओं की भागीदारी की जरूरत होगी।
भाषा नमिता पंत
पंत
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.