scorecardresearch
Tuesday, 19 November, 2024
होमखेलभारत ने इंडोनेशिया को 3-0 से हराकर पहली बार थॉमस कप जीता, खेल मंत्रालय एक करोड़ रुपए का नकद पुरस्कार घोषित किया

भारत ने इंडोनेशिया को 3-0 से हराकर पहली बार थॉमस कप जीता, खेल मंत्रालय एक करोड़ रुपए का नकद पुरस्कार घोषित किया

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, 'मैं अपनी और खेल मंत्रालय की ओर से थॉमस कप जीतने पर टीम इंडिया के लिए 1 करोड़ रुपए का नकद पुरस्कार घोषित करता हूं. मुझे उम्मीद है कि खिलाड़ी इसी तरह तिरंगे की शान बढ़ाएंगे.'

Text Size:

बैंकॉक : भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने रविवार को यहां एकतरफा फाइनल में 14 बार के चैंपियन इंडोनेशिया को 3-0 से हराकर पहली बार थॉमस कप का खिताब जीतकर अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा दिया. इस एतिहासिक प्रदर्शन से खेल के भारत का दर्जा भी बढ़ेगा.

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘मैं अपनी और खेल मंत्रालय की ओर से थॉमस कप जीतने पर टीम इंडिया के लिए 1 करोड़ रुपए का नकद पुरस्कार घोषित करता हूं. मुझे उम्मीद है कि खिलाड़ी इसी तरह तिरंगे की शान बढ़ाएंगे.’

 

भारतीय टीम ने टूर्नामेंट के इतिहास का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. टीम के लिए विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेताओं लक्ष्य सेन और किदांबी श्रीकांत के अलावा सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की दुनिया की आठवें नंबर की जोड़ी ने यादगार जीत दर्ज की.

नॉकआउट चरण में लय हासिल करने के लिए जूझ रहे लक्ष्य ने सबसे महत्वपूर्ण मुकाबले में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करते हुए पहले एकल मैच में पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए दुनिया के पांचवें नंबर के खिलाड़ी एंथोनी सिनिसुका गिनटिंग को 8-21 21-17 21-16 से हराकर भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई.

सात्विक और चिराग की देश की शीर्ष पुरुष युगल जोड़ी ने इसके बाद प्रतिकूल हालात में शानदार वापसी करते हुए दूसरे गेम में चार मैच प्वाइंट बचाए और मोहम्मद अहसन और केविन संजय सुकामुल्जो की जोड़ी को 18-21 23-21 21-19 से हराकर भारत की बढ़त को 2-0 किया.

दूसरे एकल में श्रीकांत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता जोनाथन क्रिस्टी को सीधे गेम में 48 मिनट में 21-15 23-21 से हराकर भारत को 3-0 की विजयी बढ़त दिला दी.


यह भी पढ़ें : ‘पढ़ाई में फिसड्डी, क्रिकेट का जुनून’- रिंकू सिंह का फ्लोर साफ करने से लेकर KKR तक का सफर


भारत ने इस तरह पूरे हफ्ते शानदार प्रदर्शन करते हुए दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित टीम टूर्नामेंट का शानदार अंत किया जिसमें वह इससे पहले कभी फाइनल में नहीं पहुंचा था.

लक्ष्य ने अपनी मानसिक मजबूती का परिचय दिया और अपने से बेहतर रैंकिंग वाले खिलाड़ी के खिलाफ पहला गेम गंवाने के बाद जीत दर्ज की। गिनटिंग के खिलाफ दो मैच में लक्ष्य की यह दूसरी जीत है.

गिनटिंग ने मुकाबले की बेहतर शुरुआत की और वह पहले गेम में ब्रेक तक 11-7 से आगे चल रहे थे। इंडोनेशिया के खिलाड़ी ने इसके बाद अगले 11 में से 10 अंक जीतकर पहला गेम अपने नाम किया.

लक्ष्य ने दूसरे गेम में बेहतर प्रदर्शन करते हुए 7-4 की बढ़त बनाई जिसे ब्रेक तक उन्होंने 11-7 कर दिया। गिनटिंग ने इसके बाद वापसी करते हुए स्कोर 11-12 किया. भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि धैर्य बरकरार रखते हुए पांच गेम प्वाइंट हासिल किए और फिर दूसरा गेम जीतकर मैच को तीसरे और निर्णायक गेम में खींच दिया.

लक्ष्य ने गिनटिंग को रैली में उलझाने का प्रयास किया लेकिन विरोधी खिलाड़ी अपने दमदार खेल की बदौलत 5-1 की बढ़त बनाने में सफल रहा। भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि धैर्य नहीं खोया और वापसी करते हुए स्कोर 6-8 किया. गिनटिंग ब्रेक तक 11-7 की प्रभावी बढ़त बनाने में सफल रहे.

लक्ष्य ने इसके बाद रैली में दबदबा बनाना शुरू किया। गिनटिंग ने दो बार शॉट बाहर मारे और भारतीय खिलाड़ी वापसी करते हुए लंबी रैली के बाद क्रॉस कोर्ट स्मैश के साथ स्कोर 12-12 से बराबर करने में सफल रहा.

लक्ष्य ने लगातार अंक बनाकर 18-14 की बढ़त बनाई. गिनटिंग ने इसके बाद बाहर शॉट मारकर चार मैच प्वाइंट लक्ष्य की झोली में डाल दिए. लक्ष्य का शॉट इसके बाद नेट से टकराकर गिनटिंग की तरफ गिर गया जिससे भारत ने 1-0 की बढ़त बनाई.

सात्विक और चिराग ने इसके बाद अहसन और सुकामुल्जो के खिलाफ अपने जुझारूपन का नजारा पेश किया.

पहला गेम करीबी अंतर से गंवाने के बाद भारतीय जोड़ी ने दूसरा गेम कई मैच प्वाइंट बचाने के बाद जीता और मुकाबले को निर्णायक गेम में खींच दिया.

तीसरे गेम में भी दोनों जोड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली लेकिन सात्विक और चिराग ब्रेक तक 11-9 की बढ़त बनाने में सफल रहे.

अहसन और सुकामुल्जो ने हालांकि वापसी करते हुए 16-16 पर बराबरी हासिल कर ली. भारतीय जोड़ी ने धैर्य नहीं खोया और वीडियो रैफरल पर महत्वपूर्ण अंक हासिल किया. सात्विक के स्मैश को सुकामुल्जो इसके बाद नेट पर उलझा गए जिससे भारतीय जोड़ी ने दो अंक की बढ़त बनाई.

सात्विक को सर्विस के लिए तैयार होने में देर करने पर पीला कार्ड दिखाया गया लेकिन चिराग ने अंतत: क्रॉस कोर्ट स्मैश जड़कर गेम और मैच भारत के नाम करके टीम को 2-0 से आगे कर दिया.

दूसरे एकल में श्रीकांत ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने रैली को छोटा रखा और मौका मिलने पर दमदार स्मैश लगाकर अंक जुटाए.

श्रीकांत ने अच्छी शुरुआत करते हुए 8-3 की बढ़त बनाई लेकिन इसके बाद कई गलतियां करके क्रिस्टी को 15-15 के स्कोर पर बराबरी हासिल करने का मौका दे दिया. श्रीकांत जल्द ही संभल गए और अगले छह में से पांच अंक जीतकर स्कोर 20-16 करने में सफल रहे. क्रिस्टी ने इसके बाद बाहर शॉट मारा जिससे श्रीकांत ने पहला गेम जीत लिया.

दूसरे गेम अधिक करीबी रहा। श्रीकांत ब्रेक तक 11-8 से आगे थे. ब्रेक के बाद क्रिस्टी ने 10-13 के स्कोर पर लगातार छह अंक के साथ तीन अंक की बढ़त हासिल कर ली.

क्रिस्टी ने इसके बाद कुछ गलतियां की और श्रीकांत ने 18-18 के स्कोर पर बराबरी हासिल कर ली.

श्रीकांत ने स्मैश के साथ अगला अंक जुटाया जिससे वह जीत से दो अंक दूर थे. क्रिस्टी हालांकि उनसे पहले गेम प्वाइंट हासिल करने में सफल रहे। श्रीकांत ने पहला गेम प्वाइंट बचाकर स्कोर 20-20 किया.

क्रिस्टी ने एक बार फिर गेम प्वाइंट हासिल किया लेकिन श्रीकांत ने फिर स्कोर बराबर कर दिया. श्रीकांत ने स्मैश के साथ चैंपियनशिप प्वाइंट हासिल किया और फिर एक और स्मैश के साथ भारत को खिताब दिला दिया.

श्रीकांत जीत दर्ज करते ही टीम के अपने साथियों की तरफ मुड़े और हवा में मुक्का मारा. इसके बाद पूरी टीम ने कोर्ट पर उतरकर जीत का जश्न मनाया.


यह भी पढ़ें : एंड्र्यू साइमंड्स : एक मैच विनर, जिसने 2003 वर्ल्ड कप में ऑस्‍ट्रेलिया की जीत में निभाई थी अहम भूमिका


 

share & View comments