कोलकाता, एक फरवरी (भाषा) जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में कोविड-19 के मामले आने के कारण निलंबन के दो महीने बाद आईलीग फुटबॉल का सत्र तीन मार्च को बहाल होगा। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
एआईएफएफ ने कहा कि जैविक रूप से सुरक्षित माहौल 20 फरवरी से दोबारा काम करना शुरू करेगा और खिलाड़ियों तथा अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कोविड-19 नियमों को लागू किया जाएगा।
यहां जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में प्रतिभागी टीमों के बीच कोविड-19 के नए मामले आने के बाद तीन जनवरी को आईलीग को एआईएफएफ ने निलंबित कर दिया था।
पता चला है कि उस समय कोविड-19 के 45 मामले आए थे जिसके कारण एआईएफएफ को लीग को कम से कम छह हफ्ते के लिए निलंबित करना पड़ा। इसके बाद सभी खिलाड़ी और अधिकारी जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से बाहर निकल गए।
एआईएफएफ ने बयान में कहा, ‘‘पहले की तरह आईलीग जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में खेली जाएगी जो 20 फरवरी को लागू किया जाएगा। जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से जुड़ने से पहले खिलाड़ियों और अधिकारियों को यात्रा करने के लिए तीन नेगेटिव आरटी-पीसीआर परीक्षण की जरूरत पड़ेगी।’’
बयान के अनुसार, ‘‘इसके अलावा एआईएफएफ के खेल चिकित्सा समिति के सदस्य डॉ. हर्ष महाजन की सलाह पर प्रत्येक खिलाड़ी को आने से पहले ईसीजी कराना होगा।’’
जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से जुड़ने के बाद सभी खिलाड़ियों और अधिकारियों को सात दिन पृथकवास में बिताने होंगे और इस दौरान उनके तीन और परीक्षण होंगे।
पृथकवास में तीन नेगेटिव आरटी-पीसीआर नतीजे आने के बाद खिलाड़ी और अधिकारी जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में काम करने और ट्रेनिंग सत्र, साथ खाना खाने, टीम बैठक और मैच में हिस्सा लेने के लिए स्वतंत्र होंगे।
भाषा सुधीर आनन्द
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