इंदौर, 23 जनवरी ( भाषा ) भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने सोमवार को इस बात का खंडन किया कि उनकी टीम अलग अलग प्रारूप के लिये अलग कप्तान की नीति अपना रही है ।
पिछले साल टी20 विश्व कप से भारत के सेमीफाइनल में बाहर होने के बाद से विराट कोहली, रोहित शर्मा और केएल राहुल के टी20 कैरियर पर सवाल उठाये जा रहे हैं ।
तीनों ने पिछले साल नवंबर में इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल के बाद से कोई टी20 मैच नहीं खेला है । न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला से भी वे बाहर थे । इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ इस सप्ताह होने वाली श्रृंखला में भी नहीं हैं ।
रोहित की गैर मौजूदगी में हार्दिक पंड्या ने टी20 टीम की कप्तानी की और 2024 में टी20 विश्व कप में भारत की कप्तानी के प्रबल दावेदार है ।
न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे से पहले द्रविड़ ने एक सवाल के जवाब में कहा ,‘‘ मुझे इसकी जानकारी नहीं है । ( अलग अलग प्रारूप में अलग कप्तान ) । आपको चयनकर्ताओं से यह सवाल पूछना चाहिये लेकिन फिलहाल मुझे ऐसा नहीं लगता ।’’
इस महीने द्रविड़ ने खुद कहा था कि भारतीय टी20 टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है और संयम रखने की जरूरत है ।
रोहित ने हालांकि कहा है कि उन्होंने टी20 क्रिकेट में अपने भविष्य को लेकर फैसला नहीं किया है ।
रोहित ने इस महीने कहा था ,‘‘हमें न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टी20 खेलने हैं । देखते हैं कि आईपीएल के बाद क्या होता है । मैने प्रारूप छोड़ने पर फैसला नहीं लिया है ।’’
रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल 31 जनवरी से होना है और आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिये अभ्यास शिविर दो फरवरी से शुरू होगा । भारतीय टीम के किसी सदस्य को रणजी क्वार्टर फाइनल खेलने के लिये छोड़ा नहीं जायेगा ।
द्रविड़ ने कहा ,‘‘ हम चाहते थे कि लड़के खेलें लेकिन हमारे लिये यह कठिन फैसला था । हम किसी खिलाड़ी को छोड़ नहीं सकेंगे लेकिन अगर श्रृंखला शुरू होने के बाद सेमीफाइनल या फाइनल के लिये जरूरत पड़ी और वह खिलाड़ी नहीं खेल रहा है तो हम सोच सकते हैं ।’’
भाषा मोना सुधीर मोना
मोना
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.