क्राइस्टचर्च, दो मार्च (भाषा) भारतीय उप कप्तान हरमनप्रीत कौर ने बुधवार को खुलासा किया कि रन नहीं बना पाने के कारण वह गुमसुम होती जा रही थी लेकिन टीम की मनोचिकित्सक मुग्धा बावरे ने आईसीसी महिला विश्व कप से पहले उन्हें खोयी फॉर्म हासिल करने में बहुत मदद पहुंचायी।
बावरे टीम के साथ न्यूजीलैंड दौरे पर गयी हैं जहां शुक्रवार से वनडे विश्व कप खेला जाना है। यह पहला अवसर है जबकि भारतीय टीम के साथ खेल मनोचिकित्सक भी दौरे पर है।
हरमनप्रीत ने वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ‘‘मुग्धा मैडम हमारे साथ दौरा कर रही हैं और उन्होंने काफी मदद की विशेषकर पिछले चार मैचों में जो हमने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले थे और जिनमें मेरा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। मैं तब गुमसुम हो गयी थी, क्योंकि विश्व कप पास में था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उनसे बात करने के बाद मुझे लगा कि असल में मुझे इसकी जरूरत थी। मेरे दिमाग में कई चीजें चल रही थी और मैं उनसे वाकिफ नहीं थी क्योंकि काफी दबाव था लेकिन उनसे बात करने के बाद मुझे समाधान मिल गया। ’’
हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘उनसे बात करने के बाद मेरी राय स्पष्ट हो गयी। पिछले दो – तीन मैचों में इन चीजों से वास्तव में मदद मिली। मुझे पूरा विश्वास है कि टीम को भी उनके साथ में होने का फायदा मिल रहा है क्योंकि मैं देखती हूं कि वह लगातार सभी खिलाड़ियों से बात करती रहती हैं जो कि महत्वपूर्ण है और इससे निश्चित तौर पर हमें मदद मिलेगी।’’
बावरे राष्ट्रीय स्तर की पूर्व तैराक हैं। उन्होंने रियो ओलंपिक 2016 से पहले पुरुष और महिला कुश्ती टीम, मुक्केबाजों और ट्रैक एवं फील्ड एथलीटों के साथ काम किया था।
बत्तीस वर्षीय हरमनप्रीत पिछले कुछ समय से वनडे में रन बनाने के लिये जूझ रही थी।
हरमनप्रीत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों की वनडे श्रृंखला के पहले तीन मैचों में केवल 33 रन बनाये जिसके बाद उन्हें चौथे मैच से बाहर कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने आखिरी वनडे में 63 और फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अभ्यास मैच में 104 रन बनाकर फॉर्म में वापसी की।
भाषा पंत नमिता
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