कोलकाता, 16 अप्रैल (भाषा) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने मंगलवार को कहा कि कोलकाता के ‘बिग थ्री’ – मोहन बागान, ईस्ट बंगाल और मोहम्मडन स्पोर्टिंग – की सफलता का सिर्फ राज्य फुटबॉल पर ही व्यापक प्रभाव नहीं पड़ेगा बल्कि इसका देश में खेल पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
सात महीने में चार खिताब और ‘भारतीय फुटबॉल का मक्का’ कहा जाने वाला कोलकाता सोमवार को यहां खचाखच भरे सॉल्ट लेक स्टेडियम में मुंबई सिटी एफसी पर 2-1 की जीत के बाद मोहन बागान के पहली बार इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की ‘लीग विजेता शील्ड’ जीतने का जश्न मना रहा है।
चौबे ने पीटीआई से कहा, ‘‘आईएसएल शील्ड, आईलीग ट्रॉफी, सुपर कप और डूरंड कप को पश्चिम बंगाल में लाना राज्य में नए जमाने के फुटबॉल और इन क्लबों का फुटबॉल के नए मानदंडों के अनुकूल होने का संकेत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कोलकाता के तीन दिग्गजों को पश्चिम बंगाल, भारत और विश्व स्तर पर प्रशंसकों का भारी समर्थन हासिल है। मुझे यकीन है कि मोहन बागान और ईस्ट बंगाल की सफलता, और साथ ही मोहम्मडन स्पोर्टिंग के अगले सत्र में आईएसएल में शामिल होने से भारतीय फुटबॉल पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा।’’
इसकी शुरुआत मोहन बागान ने पिछले साल तीन सितंबर को चिर प्रतिद्वंद्वी ईस्ट बंगाल को 1-0 से हराकर 23 साल में अपने पहले डूरंड कप खिताब के साथ सत्र शुरू करके की।
ईस्ट बंगाल ने 29 जनवरी को भुवनेश्वर में ओडिशा एफसी को 3-2 से हराकर सुपर कप जीता। इससे उनके 12 साल के ट्रॉफी के सूखे का अंत हुआ।
कई बार निचली लीग में खिसकने के बाद वापसी करते हुए मोहम्मडन स्पोर्टिंग ने इस महीने की शुरुआत में शिलांग लाजोंग एफसी को 2-1 से हराकर एक दौर शेष रहते हुए आईलीग का खिताब जीता और आईएसएल में जगह बनाई।
इसके बाद मोहन बागान ने सॉल्ट लेक स्टेडियम में रिकॉर्ड 61,000 से अधिक घरेलू दर्शकों के सामने आईएसएल शील्ड जीती। टीम की नजरें अब आईएसएल ट्रॉफी जीतकर सत्र का अंत करने पर टिकी हैं।
भाषा सुधीर नमिता
नमिता
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.