कोलकाता, सात जुलाई (भाषा) भारत के पूर्व फारवर्ड फुटबॉल खिलाड़ी श्याम थापा को गुरुवार को मोहन बागान क्लब के सर्वोच्च सम्मान मोहन बागान रत्न के लिए चुना गया।
थापा को यह पुरस्कार मोहन बागान क्लब के स्थापना दिवस समारोह के दौरान 29 जुलाई को दिया जाएगा।
अपनी ‘बाइसिकल किक’ और बैक वॉली के लिए मशहूर रहे थापा ने 1960 और 1970 के दशक में ईस्ट बंगाल के लिए शानदार प्रदर्शन किया जिसके बाद चिर प्रतिद्वंद्वी मोहन बागान ने 1977 में उन्हें उस समय के रिकॉर्ड 50 हजार रुपये में अपने साथ जोड़ा। उस सत्र में टीम ने आईएफए शील्ड, रोवर्स कप और डूरंड कप के रूप में खिताबी हैट्रिक बनाई।
थापा लगातार सात सत्र में बागान की ओर से खेले और उन्हें 1982 में कप्तान बनाया गया।
थापा ने 1977 में पेले की मौजूदगी वाली न्यूयॉर्क कॉसमोस की ओर से खेलते हुए मोहन बागान की ओर से गोल दागा। यह मैच 2-2 से ड्रॉ रहा।
थापा अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ की तकनीकी समिति के अध्यक्ष थे जिससे भंग कर दिया गया और प्रशासकों की समिति ने महासंघ के संचालन की जिम्मेदारी संभाली।
मोहन बागान की कार्यकारी समिति ने प्रतिभावान युवा कियान नासिरी को ‘सर्वश्रेष्ठ फारवर्ड’ जबकि लिस्टन कोलासो को ‘सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर’ चुना।
क्लब ने बताया कि पूर्व गोलकीपर बेलाई डे को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया जाएगा।
पुरस्कार विजेता:
सर्वश्रेष्ठ एथलीट: बापी शेख, सर्वश्रेष्ठ फारवर्ड: कियान नासिरी, सर्वश्रेष्ठ खेल पत्रकार: अशोक दासगुप्ता, सर्वश्रेष्ठ खेल अधिकारी: वीसी प्रवीण (गोकुलम केरल एफसी), सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर: प्रिनान दत्ता, सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर: लिस्टन कोलासो, लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार: बेलाई डे और मोहन बागान रत्न: श्याम थापा।
भाषा सुधीर नमिता
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