नवी मुंबई, 17 अप्रैल (भाषा) तेज गेंदबाज उमरान मलिक और अनुभवी भुवनेश्वर कुमार की घातक गेंदबाजी के बाद मध्यक्रम के बल्लेबाजों की रणनीतिक बल्लेबाजी से सनराइजर्स हैदराबाद ने रविवार को यहां पंजाब किंग्स को सात विकेट से हराकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में लगातार चौथी जीत दर्ज की।
सनराइजर्स के सामने 152 रन का लक्ष्य था जो उसने 18.5 ओवर में तीन विकेट खोकर हासिल किया। राहुल त्रिपाठी (22 गेंदों पर 34, चार चौके, एक छक्का) और अभिषेक शर्मा (25 गेंदों पर 31 रन, तीन चौके, एक छक्का) ने दूसरे विकेट के लिये 48 रन की साझेदारी की जबकि निकोलस पूरन (30 गेंदों पर नाबाद 35, एक चौका, एक छक्का) और एडेन मार्कराम (27 गेंदों पर नाबाद 41, चार चौके, एक छक्का) ने चौथे विकेट के लिये 75 रन जोड़कर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया।
पंजाब की टीम ने लियाम लिविंगस्टोन की 33 गेंदों पर 60 रन की पारी के बावजूद आखिरी चार ओवरों में केवल 19 रन बनाए तथा इस बीच छह विकेट गंवाने से निर्धारित 20 ओवर में 151 रन पर आउट हो गयी। लिविंगस्टोन ने अपनी पारी में पांच चौके और चार छक्के लगाये। उन्होंने शाहरूख खान (28 गेंदों पर 26 रन) के साथ पांचवें विकेट के लिये 71 रन की साझेदारी की।
मलिक ने पंजाब की पारी के आखिरी ओवर में कोई रन नहीं दिया। इस बीच एक रन आउट सहित चार विकेट गिरे। मलिक ने 28 रन देकर चार जबकि भुवनेश्वर ने 22 रन देकर तीन विकेट लिये। बायें हाथ के स्पिनर जे सुचित (28 रन देकर एक) ने भी कसी गेंदबाजी की।
इरफान पठान (2008), लसिथ मलिंगा (2009) और जयदेव उनादकट (2017) के बाद मलिक चौथे गेंदबाज हैं जिन्होंने आईपीएल में पारी का आखिरी ओवर मेडन किया।
सनराइजर्स की यह छह मैचों में चौथी जीत है जबकि पंजाब को इतने ही मैचों में तीसरी हार का सामना करना पड़ा।
पिच धीमी थी और गेंद रुक कर आ रही थी। कैगिसो रबाडा की इसी तरह की गेंद पर केन विलियमसन (नौ गेंद पर तीन) ने ड्राइव करने के प्रयास में मिडऑफ पर कैच दिया। सनराइजर्स ने पावरप्ले में एक विकेट पर 39 रन बनाये।
त्रिपाठी ने पावरप्ले में कुछ करारे शॉट जमाने के बाद ओडियन स्मिथ का स्वागत छक्के से किया, लेकिन लेग स्पिनर राहुल चाहर (28 रन देकर दो) की गेंद पर उनकी टाइमिंग सही नहीं थी और वह लांग ऑफ पर आसान कैच दे बैठे। चाहर और शाहरूख की जोड़ी ने इसके बाद अभिषेक की पारी का भी समापन किया।
पूरन और मार्कराम ने सहजता से रणनीतिक बल्लेबाजी की। इस बीच पूरन ने लिविंगस्टोन पर छक्का लगाकर रन और गेंद के बीच का अंतर कम किया।
सनराइजर्स को आखिरी चार ओवर में 31 रन चाहिए थे। पूरन और मार्कराम ने लंबे शॉट खेल़ने के बजाय स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दिया। मार्कराम ने वैभव अरोड़ा पर पहले चौका और फिर लांग ऑफ पर विजयी छक्का लगाया।
इससे पहले पंजाब शुरू में ही लड़खड़ा गया था। मयंक अग्रवाल के चोटिल होने के कारण टीम की अगुवाई कर रहे शिखर धवन (आठ) किसी भी समय सहज नहीं दिखे और कैच का अभ्यास करवाकर जल्द ही पवेलियन लौट गये। अग्रवाल की जगह अंतिम एकादश में शामिल प्रभसिमरन सिंह भी केवल 14 रन बना पाये जिससे स्कोर दो विकेट पर 33 रन हो गया।
अपने ताकतवर शॉट के लिये मशहूर लिविंगस्टोन ने मार्को जानसेन पर दो चौके और एक छक्का जड़कर पावरप्ले में स्कोर दो विकेट पर 48 रन तक पहुंचाया, जिसे सुचित ने अगले ओवर में जॉनी बेयरस्टॉ (12) को पगबाधा करके तीन विकेट पर 48 रन कर दिया।
जितेश शर्मा (11) ने मलिक का स्वागत दो चौकों से किया लेकिन इसी ओवर में शार्ट पिच गेंद पर गलत टाइमिंग से शॉट खेलकर वापस गेंदबाज को आसान कैच दे बैठे।
लेकिन लिविंगस्टोन की टाइमिंग और शॉट दोनों उम्दा थे। उन्होंने मलिक पर पहले अपर कट से थर्डमैन और फिर डीप मिडविकेट पर 106 मीटर लंबा छक्का लगाकर गेंदबाज के हौसले पस्त करने की कोशिश की। सुचित पर गगनदायी छक्के से उन्होंने टीम का स्कोर 13 ओवर में तिहरे अंक में पहुंचाया और फिर 26 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया।
इस बीच शाहरूख ने सुचित पर छक्के से हाथ खोला और फिर नटराजन की गेंद भी छह रन के लिये भेजी, लेकिन इसके बाद वह कुंद पड़ गये और भुवनेश्वर की गेंद हवा में लहराकर स्लॉग ओवरों के शुरू में ही पवेलियन लौट गये। इस गेंदबाज ने अपने अगले ओवर में लिविंगस्टोन को भी आउट कर दिया जिनका केन विलियमसन ने खूबसूरत कैच लिया। पंजाब के आखिरी पांच बल्लेबाजों में केवल ओडियन स्मिथ (13) ही खाता खोल पाए।
भाषा पंत सुधीर
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