चंडीगढ़, 24 जुलाई (भाषा) ओलंपिक चैम्पियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के अमेरिका के यूजीन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने के बाद उनके पानीपत जिले में स्थित गांव में जश्न का माहौल है।
हरियाणा में पानीपत के पास खंडरा गांव के एक किसान के बेटे 24 वर्षीय चोपड़ा विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय और पहले पुरुष एथलीट बन गये हैं।
चोपड़ा और उनके परिवार को सुबह से ही हर स्तर से बधाइयां मिल रही हैं। बधाई देने वालों में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल हैं।
गांव की महिलाओं को जश्न में नृत्य करते हुए और गीत गाते हुए देखा गया जबकि चोपड़ा का परिवार मेहमानों की आवभगत करने और लड्डू बांटने में व्यस्त रहा।
चोपड़ा का करियर संवारने में अहम भूमिका निभाने वाले उनके चाचा भीम चोपड़ा ने फोन पर पीटीआई से कहा, ‘‘ हर कोई गर्व महसूस कर रहा है। यह पदक भी ओलंपिक स्तर का है, इसलिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।’’
भीम ने कहा कि पूरा देश खुश है और उन्हें नीरज की उपलब्धि पर गर्व है।
उन्होंने कहा, ‘‘वह लगातार कड़ी मेहनत कर रहा है और हमें खुशी है कि उसने देश का नाम रोशन किया।’’
भीम ने बताया कि सुबह से ही उनके घर में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
इस भाला फेंक खिलाड़ी के पिता सतीश चोपड़ा ने कहा कि भारत ने लगभग दो दशक बाद विश्व चैंपियनशिप में पदक जीता है। इससे पहले लंबी कूद की एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने कांस्य पदक के रूप में देश के लिए विश्व चैंपियनशिप में पदक जीता था।
सतीश चोपड़ा ने कहा, ‘‘ अभी तक विश्व चैंपियनशिप में हम केवल एक कांस्य पदक जीत पाए थे और अब नीरज ने रजत पदक जीता है। हमें उस पर गर्व है।’’
इस एथलीट की मां सरोज सुबह से ही मिठाइयां बांटने और मेहमानों की आवभगत करने में व्यस्त थी।
उन्होंने कहा ‘‘पूरे देश और पूरे हरियाणा को उस पर गर्व है।’’
भाषा पंत मोना
मोना
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.