दुबई, एक मई (भाषा) हाल में संन्यास लेने वाले आईसीसी मैच रेफरी डेविड बून ने कहा कि गेंद से छेड़छाड़ और सुरक्षा मुद्दे उनके लिए सबसे बड़ी चुनौतियां थीं जिनका उन्होंने अपने 14 साल के कार्यकाल के दौरान सामना किया।
बून ने पुरुषों के क्रिकेट में 87 टेस्ट, 183 वनडे और 119 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों और महिलाओं के सात टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग की है।
ऑस्ट्रेलिया के 64 वर्षीय पूर्व सलामी बल्लेबाज ने अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग से मिली खुशी और चुनौतियों पर बात की। खेल के साथ अपने लंबे समय से चले आ रहे जुड़ाव को जारी रखने के लिए वह क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) में निदेशक के रूप में शामिल होंगे।
बून ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ऐसी चुनौतियां हैं जिनका आपको हर दिन सामना करना पड़ता है। आप हर दिन कुछ न कुछ सीखते हैं। मुझे लगता है कि कुछ ऐसी चीजें हैं जो थोड़ी चुनौतीपूर्ण हैं। ’’
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में बून ने कहा, ‘‘जब मैंने पहली बार शुरुआत की थी तो उनमें से एक चुनौती गेंद से छेड़छाड़ की थी जो मुझे बहुत चुनौतीपूर्ण लगी। मतलब किसी पर सही काम नहीं करने का आरोप लगाना।
उन्होंने 2019 में न्यूजीलैंड में मस्जिद पर हुए हमले का ज़िक्र करते हुए कहा, ‘‘और जब सुरक्षा और संरक्षा का मुद्दा होता है तो वे बेहद चुनौतीपूर्ण होते हैं। ’’
आईसीसी अध्यक्ष जय शाह ने बून के संन्यास पर कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की ओर से मैं आईसीसी मैच रेफरी के रूप में डेविड बून की उत्कृष्ट सेवा के लिए उनका आभार व्यक्त करता हूं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘उनके पेशेवर रवैये और ईमानदारी ने खेल के सभी मैच अधिकारियों के लिए एक मानक स्थापित किया है। ’’
भाषा नमिता सुधीर
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