(अमनप्रीत सिंह)
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, दो मई (भाषा) दिल्ली की पूर्व फर्राटा धाविका संगीता कुमार के लिये शुक्रवार की सुबह आफत लेकर आई जब भारी तूफान के चलते शाहपुर जाट स्थित उनके दोमंजिला महान पर बड़ा पेड़ गिर गया।
1997 और 1999 में जूनियर प्रदेश चैम्पियनशिप में सौ मीटर की दौड़ जीतने वाली संगीता को एक क्षण के लिये लगा कि उनके पति पेड़ के नीचे दब गए हैं क्योंकि वह दिल्ली में तड़के आये तूफान के बीच यह देखने बाहर आये थे कि सब ठीक है या नहीं ।
संगीता अपने दोनों बच्चों के साथ घर से बाहर दौड़ी और दहशत से कांपते उनके पति कृशन कुमार को सिर पर हाथ रखकर बैठे देखा । वह पेड़ के नीचे दबने से बाल बाल बचे थे ।
संगीता ने पीटीआई से कहा ,‘‘ वह सदमे में थे। उन्हें लगा कि हम पेड़ के नीचे दब गए हैं और हमे लगा कि पेड़ उन पर गिर गया है । शुक्र है कि कोई चोटिल नहीं हुआ लेकिन लगता है कि मेरा घर बुरी तरह से टूट फूट गया है ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे इसी का डर था । यह पेड़ हमारे घर के सामने सरकारी स्कूल में है । दीमक इसे बुरी तरह खा गई है और यह हमारे घर की तरफ झुक रहा था । मैने इसे हटाने के लिये आवेदन भी दिया था लेकिन स्कूल प्रिंसिपल ने कहा कि वह इसे नहीं छुऐंगे ।’’
42 वर्ष की संगीता ने कहा ,‘‘ मुझे लगता है कि मेरा घर नहीं बचेगा ।’’
इस घटना के बाद के आठ घंटे संगीता के लिये बुरे सपने की तरह थे । बीएसईएस के अधिकारी दोपहर एक बजे के करीब मौके पर पहुंचे ।
संगीता ने कहा ,‘‘ हमने कई लोगों से संपर्क किया । स्थानीय भाजपा विधायक शिखा राय से भी कहा लेकिन उन्हें कहा कि पेड़ हटाना उनका काम नहीं है । हमने किसी तरह घर की बिजली बंद की । हमारा संयुक्त परिवार है और घर में 16 . 17 लोग रहते हैं । हमें समझ ही नहीं आया कि क्या करें ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ बच्चों ने और हम सभी ने सुबह से कुछ खाया नहीं है ।’’
संगीता ने इसके बाद दोस्तों और मीडिया को मदद के लिये बुलाया । आप के पूर्व विधायक सौरभ भारद्वाज ने कुछ लोगों को उनके घर भेजा ।
भाषा मोना पंत
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