नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने शनिवार को घोषणा की कि वह उन खिलाड़ियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा जो बिना लिखित अनुमति के विदेश में ट्रेनिंग करते हैं और प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेते हैं।
एएफआई के अध्यक्ष बहादुर सिंह सागू ने कहा कि ऐसे खिलाड़ियों का प्रदर्शन रिकॉर्ड बुक के लिए भी अमान्य माना जाएगा।
उन्होंने कहा कि एएफआई इस महीने से कार्रवाई शुरू कर देगा।
सागू ने कहा, ‘‘विदेशी सरजमीं पर प्रतिस्पर्धा और ट्रेनिंग के लिए देश में ट्रैक एंव फील्ड की राष्ट्रीय संचालन संस्था से पहले से अनुमति नहीं लेने वाले व्यक्तिगत खिलाड़ियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर एथलीट अंतरराष्ट्रीय ‘एक्सपोजर’ (ट्रेनिंग और अभ्यास) के लिए एएफआई की मंजूरी नहीं लेते हैं जो कि अनिवार्य है तो उनका प्रदर्शन रिकॉर्ड बुक के लिए अमान्य हो जाएगा। एथलीटों के हितों की रक्षा के लिए एएफआई ने विदेश में ट्रेनिंग और प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति देने के लिए एक विशिष्ट समय अवधि निर्धारित की है। ’’
एएफआई ने कहा कि खिलाड़ियों के अनुमति लिए बिना विदेश जाने से मुख्य प्रतियोगिता जैसे ओलंपिक और एशियाई खेलों में राष्ट्रीय टीमों को उतारने की रणनीति प्रभावित होती है।
सागू ने कहा, ‘‘एएफआई को विदेश में प्रतिस्पर्धा करने वाले व्यक्तिगत एथलीटों की संख्या और अंतरराष्ट्रीय ‘एक्सपोजर’ के उद्देश्य के बारे में पता होना चाहिए। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ियों को भविष्य में विदेशी धरती पर किसी भी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रविष्टियां भेजने से पहले एएफआई कार्यालय से पूर्व लिखित अनुमति लेनी चाहिए। ’’
एएफआई का यह फैसला मार्च में कोर समिति की बर्चुअल बैठक के बाद आया है जो खिलाड़ियों की ट्रेनिंग सहित अंतरराष्ट्रीय ‘एक्सपोजर’ के बारे में नीति बनाने के लिए की गई थी।
भाषा नमिता मोना
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