नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के नगरों के तीव्र बदलते स्वरूप को देखते हुए एक व्यापक शहरी पुनर्विकास नीति आवश्यक है. यह नीति केवल इमारतों के पुनर्निर्माण तक सीमित नहीं होगी, बल्कि शहरों के समग्र पुनर्जागरण का मार्ग प्रशस्त करेगी.
नीति में पुराने, जर्जर और अनुपयोगी क्षेत्रों को आधुनिक बुनियादी ढांचे, सार्वजनिक सुविधाओं और पर्यावरणीय संतुलन के साथ विकसित करने का प्रावधान होगा. भूमि पुनर्गठन, निजी निवेश प्रोत्साहन, पारदर्शी पुनर्वास व्यवस्था और प्रभावित परिवारों की आजीविका सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी.
राज्य स्तरीय पुनर्विकास प्राधिकरण, सिंगल विंडो अप्रूवल और पीपीपी मॉडल को प्राथमिकता मिलेगी. नगरों की ऐतिहासिक विरासत और सांस्कृतिक पहचान के संरक्षण पर विशेष ध्यान होगा. बाह्य विकास शुल्क में पारदर्शिता, सरलता और भूमि उपयोग के अनुसार अंतर सुनिश्चित किया जाएगा. इस नीति से नगरीय विकास योजनाओं में गति आएगी और नागरिकों को वास्तविक लाभ मिलेगा.