लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के संकल्प में एयर कनेक्टिविटी को प्रमुख आधार बताया. उन्होंने कहा कि हर मंडल में एक अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और हर जिले को हवाई मार्ग से जोड़ा जाएगा. इससे न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी बल्कि प्रदेश वैश्विक निवेश और औद्योगिक विकास का केंद्र बनेगा.
2017 से पहले प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी बेहद सीमित थी. चुनिंदा हवाई अड्डे ही संचालित होते थे और औद्योगिक व ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क लगभग न के बराबर था.
योगी सरकार ने पिछले साढ़े आठ सालों में स्थिति बदल दी. अब तक 16 घरेलू एयरपोर्ट शुरू हो चुके हैं और 5 निर्माणाधीन हैं. 4 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे विकसित हो चुके हैं. जेवर एयरपोर्ट एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट में शामिल होगा और कार्गो-ट्रांजिट हब के साथ एमआरओ सेंटर भी स्थापित करेगा.
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