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Thursday, 25 April, 2024
होमरिपोर्ट'पुलिस के डंडे से मां की गोद में बच्चे की मौत', MP के शिवपुरी में 2 पुलिसकर्मियों पर FIR

‘पुलिस के डंडे से मां की गोद में बच्चे की मौत’, MP के शिवपुरी में 2 पुलिसकर्मियों पर FIR

घटना के बाद विधायक और अन्य ग्रामीणों ने बच्चे के शव को सड़क पर रखकर पुलिसकर्मियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की.

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शिवपुरी: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में पुलिया निर्माण के विरोध में हिंसक प्रदर्शन के दौरान एक साल के दलित बच्चे की मौत के बाद दो सब इंस्पेक्टर के खिलाफ हत्या के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.

मंगलवार को जिले के रामनगर गढ़ाई गांव के लोगों ने बच्चे की मौत के लिए पुलिस के बल प्रयोग को जिम्मेदार ठहराया था. इस घटना में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे. हालांकि एक अधिकारी ने इस बात से इनकार किया कि पुलिस के लाठीचार्ज या बल प्रयोग किया गया था जिससे बच्चे की मौत हुई.

घटना के बाद विधायक और अन्य ग्रामीणों ने बच्चे के शव को सड़क पर रखकर पुलिसकर्मियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की.

करैरा पुलिस थाने के प्रभारी अमित सिंह भदौरिया ने बताया कि बच्चे के पिता अशोक जाटव की शिकायत के आधार पर मंगलवार रात को उप निरीक्षक अजय मिश्रा और जगदीश रावत के खिलाफ हत्या समेत अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया है.

घटनास्थल पर मौजूद भीम आर्मी के कार्यकर्ता महेंद्र बौध ने दिप्रिंट को बताया कि पुरुष पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से महिलाओं पर लाठीचार्ज किया था जिसमें उस बच्चे की जान चली गई.

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दिप्रिंट से बात करते हुए अशोक जाटव ने कहा कि हमने ज़मीन खरीदी है लेकिन नरवर के तहसीलदार ऑफिस में हमारा रजिस्ट्रेशन का आवेदन लगा हुआ है. हमारे घर के पास ही पुलिया बन रही है तो उच्च जाति के कुछ लोगों ने सोचा कि बस्ती के पानी की निकासी हमारे खेतों में हो.


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उन्होंने आगे कहा कि हमने इसका विरोध किया क्योंकि हमारा परिवार सिर्फ खेती-बाड़ी पर ही निर्भर है. उन्होंने बताया कि पुलिया के निर्माण के लिए नरवर से तहसीलदार समेत कुछ अधिकारी आए थे जिनके सामने हमने अपना मत रखा था.

अशोक ने आरोप लगाया कि स्थानीय नेताओं और कुछ उच्च जाति के लोगों के दबाव में आकर अधिकारियों ने हमें डराने धमकाने के कोशिश की. हमने जैसे ही निर्माण के काम को रोकने का प्रयास किया तो 30 से 40 पुलिस वालों ने मेरे परिवार पर लाठीचार्ज किया.

बच्चे की मां वंदना ने बताया कि, ‘वो अपने बच्चे के साथ बाहर खड़ी थीं कि तभी पुरुष पुलिसकर्मियों ने उन पर लाठीचार्ज किया. उन्होंने कहा कि ‘पहला डंडा मेरे पैर पर लगा और फिर पुलिस वाले ने दूसरा डंडा बच्चे के सिर पर मारा. हमें बुरी तरह से मारा गया था. मैं सिर्फ़ इतना चाहती हूं कि आरोपियों पर सख्त कार्रवाई हो और हमें न्याय मिले.’

उधर, पुलिस थाने के प्रभारी अमित सिंह भदौरिया ने कहा कि पाइप लाइन डालने को लेकर ग्रामीणों का एक ठेकेदार से विवाद हो गया था. ठेकेदार द्वारा सुरक्षा मांगे जाने पर मंगलवार को जब पुलिस मौके पर पहुंची तो ग्रामीणों ने पथराव किया जिसमें चार पुलिसकर्मी घायल हो गए.

वहीं, अशोक ने पुलिस पर पथराव करने के आरोप को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने आगे कहा कि क्लेकटर साहब ने पुलिया का निर्माण ना होने और मुआवज़ा देने का आश्वासन दिया है. पुलिस ने बुधवार को अशोक का बयान दर्ज कर लिया है.

करैरा पुलिस थाने के सब डिविजनल पुलिस ऑफिसर अमरनाथ वर्मा ने दिप्रिंट को बताया कि अपराध धारा 30, 34 आईपीसी और एससी/एसटी के क़ानून के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि पीड़ित के परिवार को सुरक्षा मुहैया कर दी जाएगी और मामले में जांच की जा रही है.


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