नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद ने बढ़ते विवाद को देखते हुए मंगलवार को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए भाजपा के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को निमंत्रण दिया है.
बता दें कि यह घटनाक्रम राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की उस टिप्पणी के बाद हुई प्रतिक्रिया के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि दोनों नेताओं से उनकी वृद्धावस्था के कारण समारोह में न आने का ‘अनुरोध’ किया गया है.
विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि बीजेपी के दोनों दिग्गजों ने कहा कि वे 22 जनवरी के कार्यक्रम में शामिल होने की पूरी कोशिश करेंगे.
वीएचपी ने एक्स पर अध्यक्ष आलोक कुमार के हवाले से कहा, “राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा आदरणीय लाल कृष्ण आडवाणी और आदरणीय डॉ मुरली मनोहर जोशी को अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया.”
उन्होंने आगे कहा कि उनके साथ रामजी के आंदोलन के बारे में बात हुई. दोनों वरिष्ठों ने कहा कि वह आने का पूरा प्रयास करेंगे.
"राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा आदरणीय लाल कृष्ण आडवाणी जी और आदरणीय डॉ मुरली मनोहर जोशी जी को अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया। रामजी के आंदोलन के बारे में बात हुई। दोनों वरिष्ठों ने कहा कि वह आने का पूरा प्रयास करेंगे":… pic.twitter.com/gF0QEdC80d
— Vishva Hindu Parishad -VHP (@VHPDigital) December 19, 2023
आडवाणी (96) और जोशी, जो अगले महीने 90 वर्ष के हो जाएंगे, राम मंदिर आंदोलन में सबसे आगे थे. सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक ऐतिहासिक फैसले में 9 नवंबर, 2019 को पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ द्वारा विवादित मामले में हिंदू पक्ष के पक्ष में फैसला सुनाया गया था.
कोर्ट ने फैसला सुनाया कि विवादित जमीन राम जन्मभूमि मंदिर बनाने के लिए एक ट्रस्ट को दे दी जाए. अदालत ने यह भी आदेश दिया कि मुस्लिम पक्ष को मस्जिद बनाने के लिए पांच एकड़ जमीन का मुआवजा दिया जाए.
बता दें कि इससे पहले पत्रकारों से बात करते हुए, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि आडवाणी (96) और जोशी, जो अगले महीने 90 साल के हो जाएंगे, उनसे उम्र और स्वास्थ्य के आधार पर अगले साल 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने का अनुरोध किया गया.
उन्होंने कहा, “दोनों परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया है.”
राय ने कहा कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं. इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे.
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