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Wednesday, 6 November, 2024
होमराजनीति'वे किस बात का श्रेय चाहते हैं?', G20 से पहले दिल्ली की सजावट को लेकर मीनाक्षी लेखी का AAP पर निशाना

‘वे किस बात का श्रेय चाहते हैं?’, G20 से पहले दिल्ली की सजावट को लेकर मीनाक्षी लेखी का AAP पर निशाना

केंद्र सरकार का कहना है कि मेगा रैली से पहले शहर के सौंदर्यीकरण के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना श्रेय के पात्र हैं, जबकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बदलाव के लिए पीडब्ल्यूडी और एमसीडी कार्यकर्ताओं की सराहना की हैं.

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नई दिल्ली: दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को होने वाले G20 शिखर सम्मेलन से पहले राष्ट्रीय राजधानी के सौंदर्यीकरण को लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच चल रही जुबानी जंग पर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने प्रयासों की सराहना की.

एमसीडी और पीडब्ल्यूडी ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार इस बदलाव का पूरा श्रेय नहीं ले सकती क्योंकि वह “इस पूरे काम में गायब” थी.

शिखर सम्मेलन की तैयारी के लिए जिसमें विश्व भर के नेताओं और प्रतिनिधियों की सबसे बड़ी सभा होगी – उसके लिए राष्ट्रीय राजधानी में सड़कों और प्रमुख सार्वजनिक स्थानों को लाइटों, फव्वारे और होर्डिंग्स से सजाया गया है. साथ ही पूरे शहर में सड़कों और अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों की सफाई भी जारी है.

भारत की G20 अध्यक्षता के तहत आयोजित होने वाले इस बड़े आयोजन में 20 सदस्य देशों सहित 40 देशों के गणमान्य लोग शामिल होंगे.

केंद्र सरकार का कहना है कि मेगा रैली से पहले शहर के सौंदर्यीकरण के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना श्रेय के पात्र हैं, जबकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बदलाव के लिए पीडब्ल्यूडी और एमसीडी कार्यकर्ताओं की सराहना की हैं.

लेखी ने रविवार को एक साक्षात्कार में बताया कि, “मैं यहीं दिल्ली में पैदा हुई और पली-बढ़ी हूं और इस शहर को बाकी लोगों से बेहतर जानती हूं. दिल्ली के कई क्षेत्र विभिन्न मंत्रालयों या प्राधिकरणों के क्षेत्रीय दायरे में आते हैं. कुछ छावनी बोर्ड के अंतर्गत आते हैं, जो रक्षा मंत्रालय द्वारा चलाया जाता है, जबकि कुछ अन्य एनडीएमसी के अंतर्गत आते हैं, जो गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा चलाया जाता है, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) सड़क परिवहन मंत्रालय के अंतर्गत आता है और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और पीडब्ल्यूडी, जो दिल्ली सरकार के अधीन हैं. पिछले कई सालों में PWD और MCD के अधिकारियों और कर्मचारियों ने काम क्यों नहीं किया? ऐसा इसलिए है क्योंकि इन अधिकारियों के पास उचित दिशा का अभाव है क्योंकि नेता किसी और चीज़ में व्यस्त थे.”

उन्होंने आगे कहा, “एल-जी ने, केवल 2 महीने की अवधि में, (G20 शिखर सम्मेलन के लिए) सभी व्यवस्थाएं कीं. साथ ही कंपनियों के सीएसआर से कई मूर्तियां और प्रतिमाएं स्थापित की गईं. उन्होंने इसकी ज़िम्मेदारी अपने ऊपर ली और नेतृत्वकारी भूमिका निभाई जिसके कारण ऐसी व्यवस्थाएं की जा सकीं. ये लोग (आप नेता) उचित श्रेय के लिए हंगामा कर रहे हैं. ये लोग 9-10 वर्षों में लोगों के लिए एक फ्लाईओवर नहीं बना सके और न ही उन्हें पीने का पानी और स्वच्छता प्रदान कर सके.”

“वे किस बात का श्रेय चाह रहे हैं?” लेखी ने कहा, एनडीएमसी और दिल्ली छावनी बोर्ड क्षेत्र आपके (आप सरकार के) अधिकार क्षेत्र में नहीं आते हैं.

G20 प्रतिनिधियों के लिए शहर को सुंदर बनाने में की गई कड़ी मेहनत के लिए PWD और MCD कार्यकर्ताओं को उचित श्रेय देते हुए, लेखी ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि वह “कार्रवाई में गायब” थी.

भारत को पिछले साल 1 दिसंबर को G20 की अध्यक्षता मिली थी.

G20 का वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में 85 प्रतिशत, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में 75 प्रतिशत और विश्व जनसंख्या में 65 प्रतिशत योगदान है.

आयोजन की सर्वांगीण सफलता में योगदान देने के लिए पीडब्ल्यूडी और एमसीडी कार्यकर्ता चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं.

सीएम केजरीवाल ने हाल ही में एक्स पर दिल्ली की सड़कों की सफाई करने वाले कार्यकर्ताओं के एक विधायक के पोस्ट को साझा करते हुए पोस्ट किया था, “पिछले कुछ हफ्तों में, दिल्ली के विधायकों, पार्षदों और निगम कर्मचारियों ने G20 शिखर सम्मेलन से पहले शहर को चमकाने के लिए कड़ी मेहनत की है. इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी, एमसीडी और अन्य विभागों के इंजीनियर और कर्मचारी कड़ी मेहनत कर रहे हैं. हालांकि, यह स्वच्छता अभियान केवल G20 या इसी तरह के आयोजनों के लिए नहीं होना चाहिए. हमें अपने शहर को हर समय साफ रखने का संकल्प लेना चाहिए.”


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