मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान का स्वागत किया कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी राज्य में पूजा स्थलों को फिर से खोलने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में बेहतर शब्द चुन सकते थे.
राउत ने एक टीवी चैनल से बातचीत में यह भी कहा कि शाह के बयान के बाद शिवसेना ने इस मुद्दे को छोड़ दिया है.
कोश्यारी ने हाल ही में ठाकरे को राज्य में धर्मस्थलों को फिर से खोलने के लिए पत्र लिखा था और पूछा था कि क्या शिवसेना अध्यक्ष अचानक से धर्मनिरपेक्ष हो गये. इसके बाद राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गये थे.
शाह ने शनिवार को एक समाचार चैनल से कहा, ‘कोश्यारी बेहतर शब्द चुन सकते थे.’
इस पर राउत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शाह देश के गृह मंत्री हैं और जिम्मेदारी तथा सावधानी से बोलते हैं.
उन्होंने कहा कि राज भवन और राज्यपाल का कार्यालय संवैधानिक संस्थाएं हैं और गृह मंत्रालय के कार्य क्षेत्र में आते हैं.
शिवसेना नेता ने कहा, ‘मुख्यमंत्री के जवाब के बाद राज्यपाल का पत्र अनावश्यक विवाद था और हमने इसे शुरू नहीं किया था. हम केंद्रीय गृह मंत्री के रुख से संतुष्ट हैं और हमारी नाराजगी की वजह समझने के लिए उनका शुक्रिया अदा करते हैं.’
राउत ने इस तरह की अटकलों को खारिज कर दिया कि शाह शिवसेना को लेकर नरमी बरत रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘इसमें कुछ राजनीतिक नहीं है. शाह ने जो बोला, वह संविधान के अनुरूप है.’
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